पाकिस्तान का समर्थन करना तुर्किये को पड़ेगा भारी, भारत में बैन हुए तुर्किये-अजरबैजान टूर
भारत के खिलाफ पाकिस्तान का समर्थन करने पर तुर्किये के खिलाफ भारत के ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कड़ा कदम उठाया है। एसोसिएशन ने तुर्किये और अजरबैजान की बुकिंग बंद कर दी है। भारत में 3500 से अधिक ट्रैवल एजेंट्स हैं, जो टूर पैकेज को प्रमोद करते हैं। इन्होंने अब तुर्किये-अजरबैजान टूर को प्रमोद करना बंद कर दिया है। इसका असर तुर्किये पर पड़ेगा, क्योंकि लाखों की संख्या में भारत से लोग तुर्किये में हर साल घूमने जाते हैं।
जब भारत में पता चला कि तुर्किये पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है, उसके तुरंत बाद ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपनी महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में इस संगठन ने फैसला लिया कि तुर्किये द्वारा पाकिस्तान का साथ देना गलता है। ऐसे में संगठन ने कहा कि आज से वह तुर्किये और अजरबैजान की ट्रैवल बुकिंग को तत्काल बंद कर रहे हैं। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि देशभर के लगभग 3500 से अधिक सदस्य उनके सदस्य हैं। इन सभी ने बैठक में दोनों ही देशों की बुकिंग और प्रमोशन को बंद कर दिया है। इसके साथ ही सरकार को एक पत्र लिखकर मांग की है कि तुर्किये और अजरबैजान के खिलाफ कड़ी एडवाइजरी जारी की जाए ताकि कोई भी भारतीय इन देशों में नहीं जाए। इन दोनों ही देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया है, इसलिए इनका बॉयकाट करना जरूरी है, ताकि इन देशों को पाकिस्तान का समर्थन करना महंगा पड़े।
अकेले मध्यप्रदेश में 250 ट्रैवल एजेंट्स
यदि हम इस एसोसिएशन के सदस्यों की बात करें तो अकेले मध्यप्रदेश में ही इस एसोसिएशन के 250 से अधिक सदस्य हैं। वहीं मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हमेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि वह तुर्किये और अजरबैजान द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने से काफी नाराज हैं। इससे साफ है कि इन दोनों देशों ने आतंकवाद का समर्थन किया है। इसी कारण इन दोनों देशों की बुकिंग और प्रमोशन को वह पूरी तरह से बंद कर रहे हैं। इसके अलावा एसोसिएशन ने आह्वान किया है कि भारतीय लोगों को पर्यटन के लिए भी इन देशों में नहीं जाना चहिए। इंदौर ट्रैवल एजेंट प्रदीप काले ने बताया कि इस समय तुर्किये और अजरबैजान की यात्रा का सर्वश्रेष्ठ समय होता है। इन दोनों ही देशों में डेढ़ महीने तक बुकिंग चलती है। अब इन दोनों देशों के लिए उन्होंने बुकिंग बंद कर दी है।
पिछले साल लाखों लोग गए थे इन देशों में
हमेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि उनकी एसोसिएशन के पूरे देश में 3500 से ज्यादा सदस्य हैं। इनमें मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के 250 से अधिक ट्रैवल एजेंट हैं। यदि 2024 के आंकड़ों की बात करें तो भारत से लगभग 2.75 लाख लोग तुर्किये और 2.50 लाख से ज्यादा लोग अजरबैजान गए थे। औसतन एक व्यक्ति का पैकेज टूर 1 से 1.5 लाख रुपये तुर्किये का और 80 हजार से लेकर 1.25 लाख रुपये अजरबैजान का होता है। इससे तुर्किये को लगभग 2750 करोड़ रुपये और अजरबैजान को 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक का टूरिज्म से फायदा हुआ था। अब यह बाजार पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगा।
नए विकल्प के रूप में जॉर्जिया
अब यह ट्रैवल एजेंट्स तुर्किये और अजरबैजान की जगह भारतीय पर्यटकों को जॉर्जिया का नया विकल्प बना रहे हैं। इन ट्रैवल एजेंट्स के अनुसार जॉर्जिया, थाइलैंड, यूरोप और वियतनाम की बुकिंग में पिछले सालों की अपेक्षा तेजी आई है। जॉर्जिया यूरोप की सीमा पर स्थित है और वहां अटलांटा इतिहास केंद्र, फॉक्स थिएटर, फोर्सिथ पार्क जैसे कई पर्यटक स्थल हैं। ऐसे में लोगों को एसोसिएशन द्वारा इन देशों के बारे में बताकर यहां भेजा जा रहा है। जो लोग पर्यटक के रूप में दूसरे देशों में जा रहे हैं, उनको भी तुर्किये और अजरबैजान के बारे में बताया जा रहा है ताकि वह लोग इन देशों में नहीं जाएं।