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एक बार अपने खेतों में लगे  ये पौधे, 30 साल बिना मेहनत होगी कमाई, सरकार भी करेगी मदद

 

Agriculture news:  आज के समय में ज्यादातर लोग आधुनिक तरीके से खेती करके अच्छी कमाई करते हैं। पाम की खेती छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए एक स्थाई कमाई का जरिया बन गई है। छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी इसकी खेती बड़े पैमाने पर हो रही है वहीं सरकार के द्वारा भी इसकी खेती करने के लिए मदद दिया जाता है।

 

पाम ठीक है ठीक के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है। इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय तिलहन एवं पाम तेल मिशन के अंतर्गत एक अभियान भी शुरू किया गया है।

 

पाम तेल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है और इसके उपयोग से बिस्कुट चॉकलेट मैगी स्नेक्स और धैर्य खाद्य जैसे साबुन क्रीम डिटर्जेंट बायोफ्यूल आदि भी बनाया जाता है।

 छत्तीसगढ़ कृषि विभाग के अनुसार पाम की किसानों को प्रोत्साहन राशि के रूप में एक-एक लाख रुपए का अनुदान भी दिया जाता है और किसानों को मुफ्त में प्रशिक्षण भी मिलता है।

 केंद्र सरकार के द्वारा खाद्य तेलों पर आयात निर्भरता को कम करने के लिए और किसने की आय को बढ़ाने के लिए नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल के माध्यम सेपाम तेल के उत्पादन को नई दिशा दी गई है। इसके अंतर्गत देशभर में 3.5 लाख हैक्टेयर भूमि पर इसकी खेती की जाती है। साल 2024 25 में इसकी खेती 15% बड़ी है और अब 25 30 में इसका लक्ष्य 30 लाख टन पहुंचने का रखा गया है।

 केंद्र सरकार तेलंगाना असम मिजोरम ओडिशा आंध्र प्रदेश छत्तीसगढ़ और विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के बस्तर और दंतेवाड़ा जैसे आदिवासी बहुत क्षेत्र में पाम की खेती से रोजगार और आय का नया साधन जुटाना का काम कर रही है।

 सबसे बड़ी बात है कि इसकी खेती एक बार करने के बाद कई सालों तक आसानी से आप कमाई कर सकते हैं। सरकार भी इसकी खेती करने में मदद करती है।