1 नवंबर से नहीं मिलेगा इन वाहनों को पेट्रोल डीजल
हरियाणा के जो जिले एनसीआर में आते हैं, उनमें वाहन चालकों के लिए अच्छी खबर नहीं है। जिन लोगों के वाहन एनसीआर में चलने से बाहर हो गए हैं, अब उनको एक नवंबर से पेट्रोल या फिर डीजल नहीं मिलेगा। ऐसे आदेश हरियाणा सरकार की तरफ से जारी किए गए हैं। हरियाणा के 14 जिले एनसीआर में आते हैं। इनमें 27 लाख 50 हजार वाहन ऐसे हैं, जो अपना समय नियमों के अनुसार पूरा कर चुके हैं। अकेले गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत की बात करें तो यहां पर 70 प्रतिशत वाहन चलन से बाहर हो चुके हैं। इसके अलावा हरियाणा के 11 जिले हैं, जो एनसीआर से बाहर हैं, यहां भी 30 प्रतिशत वाहन ऐसे हैं, जो अपना समय पूरा कर चुके हैं। इसके बावजूद इन वाहनों के मालिक इन वाहनों को चलन में ले रहे हैं। इन पर रोक लगाने के लिए अब एक नवंबर से इन वाहनों को पेट्रोल पंप पर तेल नहीं मिलेगा।
प्रदूषण का बन रहे बड़ा कारण
ऐसे वाहन जो नियमों को पूरा नहीं कर रहे, उनके चलने से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। बहुत से ऐसे वाहन हैं, जो न केवल एनसीआर से बाहर हो चुके हैं बल्कि अन्य वाहनों की पॉलिसी से भी बाहर हो चुके हैं। इन वाहनों को एनसीआर तक भी घुमाया जाता है। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की नजर में यह वाहन प्रदूषण का बड़ा कारण बन रहे हैं। ऐसे वाहनों को अब एक नवंबर से पेट्रोल पंपों पर तेल नहीं मिलेगा। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने इसके आदेश राज्य सरकार को जारी कर दिए हैं। ऐसे में अब यह वाहन स्क्रैप के काम ही आएंगे।
एनसीआर का दायरा कम करने का मुद्दा
हरियाणा के 22 में से 14 जिले एनसीआर में आते हैं। हरियाणा सरकार ने कई बार केंद्र सरकार से एनसीआर का दायरा घटाने की अपील की है, लेकिन अभी तक यह प्रस्ताव केंद्र सरकार ने स्वीकार नहीं किया है। इसी बीच केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली एनसीआर में डीजल की गाड़ियों के लिए 10 साल तथा पेट्रोल की गाड़ियों के लिए 15 साल तक समय तय कर दिया है। इससे ज्यादा दिनों वाले वाहनों का संचालन दिल्ली एनसीआर में बंद किया जा चुका है। इसका मकसद केवल प्रदूषण को नियंत्रित करना है।
पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगाकर रखी जाएगी नजर
अकेले दिल्ली में ही कुल 61 लाख 14 हजार 728 वाहन अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं। हरियाणा में भी 27 लाख 50 हजार 152 वाहन अपना समय पूरा कर चुके हैं। अब एक नवंबर से ऐसे वाहनों को पेट्रोल पंप पर तेल नहीं दिया जाएगा। ऐसे में एएनपीआर कैमरे पेट्रोप पंपों पर लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं। यह कैमरे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्नशन करके स्वयं वाहन को पहचान लेंगे। अक्तूबर तक यह कैमरे पेट्रोल पंपों पर लगाने के लिए कहा गया है। इसके बाद इन वाहनों को तेल नहीं दिया जाएगा। इन वाहनों को यदि ईंधन ही नहीं मिला तो यह अपने आप बंद हो जाएंगे। वाहन मालिकों के पास इन वाहनों को स्क्रैप में बेचने के अलावा कोई उपाय नहीं होगा।