मुफ्त सुविधाओं के पीछे आपके डेटा का बड़ा समझौता
UPI : आज UPI छोटे-मोटे लेनदेन से लेकर बड़े भुगतान तक की प्रमुख सुविधा बन चुका है। इसमें आपका मोबाइल ऑपरेटर, बैंक और NPCI जुड़े होते हैं। तकनीकी खर्च बहुत होता है, लेकिन यूजर्स के लिए UPI मुफ्त है। दरअसल, सरकार सब्सिडी के जरिए इसकी लागत वहन करती है। इसके बदले, आपका डेटा उन कंपनियों तक पहुंच जाता है, जिनके साथ आपने इसे साझा नहीं किया।
इसी तरह, एयरपोर्ट पर क्रेडिट कार्ड यूजर्स को मुफ्त खाना और लाउंज एक्सेस मिलता है। उदाहरण के लिए, अदाणी लाउंज में कुछ मामलों में केवल 1 रुपये और कुछ मामलों में कोई भुगतान नहीं करना पड़ता। हालांकि ग्राहक खाना नहीं खरीदते, फिर भी लाउंज संचालक को फायदा होता है।
एयरपोर्ट लाउंज एक नया कारोबारी मॉडल बन गए हैं। बैंकों द्वारा भुगतान किया जाता है और यात्री इसका लाभ उठाते हैं। लाउंज में बुफे खाना, पेय पदार्थ, वाईफाई, चार्जिंग पॉइंट और कुछ में शावर, स्पा या स्लीपिंग पॉड जैसी सुविधाएं होती हैं।
प्रति विजिट घरेलू लाउंज के लिए 600-1,200 रुपये और अंतरराष्ट्रीय लाउंज के लिए 25-30 डॉलर का भुगतान बैंक करता है। कार्ड नेटवर्क और बैंक इस खर्च को कार्ड लॉयल्टी और वार्षिक शुल्क के जरिए वहन करते हैं। कुछ लाउंज बिचौलिये का काम करते हैं और हजारों लाउंज से साझेदारी कर बैंकों को एक्सेस बेचते हैं।
इस तरह मुफ्त सुविधाओं का लाभ आप उठाते हैं, लेकिन इसकी कीमत आपके डेटा और बैंक/कार्ड नेटवर्क द्वारा किए गए भुगतान के रूप में चुकती है।