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एसआइपी लंबी रेस का घोड़ा, दस साल तक निवेश पर देगा जबरदस्त रिटर्न

एसआइपी लंबी रेस का घोड़ा, दस साल तक निवेश पर देगा जबरदस्त रिटर्न
 

जब शेयर बाजार ऊपर जाता है तो निवेशक म्यूचुअल फंड और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआइपी) में खूब पैसा लगाते हैं। दूसरी तरफ जब बाजार लगातार गिरता है तो उन्हें एसआइपी की उपयोगिता पर शक होने लगता है। 

कुछ लोग कुछ समय के लिए एसआइपी रोकने पर विचार कर रहे हैं, तो कई लोग एसआइपी जारी रखने पर अड़े हुए हैं। एम्फी के मुताबिक, जुलाई 2024 में लगभग 72 लाख नए एसआइपी खाते खुले, जो मार्च 2024 में गिरकर 40 लाख से कुछ ही ज्यादा रहा। 

एसआइपी बंद होने वाले खातों की संख्या भी बढ़कर मार्च में 51.6 लाख हो गई। आसान निवेश और निकासी एसआइपी की सबसे बड़ी खूबी है, पर इसका असली लाभ यानी कंपाउंडिंग का फायदा को लंबी अवधि में ही मिलता है।

10 साल निवेशित रहने पर कभी नहीं हुआ घाटा

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की स्टडी के मुताबिक, अगर आप कम से कम 10 साल तक निवेशित रहते हैं, तो इक्विटी फंड्स में किए गए एसआइपी से आपका पैसा कभी नहीं डूबता है। इसके बाद आपका एसआइपी पॉजिटिव रिटर्न देना शुरू करता है। स्टडी के मुताबिक, शॉर्ट टर्म में रिटर्न काफी अस्थिर हो सकता है। एक साल, दो साल और 3 साल के

एसआइपी में न्यूनतम रिटर्न निगेटिव 3.8% लेकर 33.8% रहा। वहीं, इन अवधियों में एसआइपी का अधिकतम रिटर्न 75% ले लेकर 174% तक रहा। लेकिन जैसे-जैसे एसआइपी का समय बढ़ता है, रिटर्न में उतार-चढ़ाव कम होता जाता है। हालांकि इससे मिलने वाला अधिकतम रिटर्न भी नॉर्मल होता जाता है। 

क्या हो रणनीति

अगर 21 साल तक एसआइपी जारी रखना मैराथन दौड़ने जैसा है, तो ऐसे अशांत समय निवेशक की सहनशक्ति की परीक्षा लेते हैं। उठापटक वाले दौर में निवेश करने से निवेशक को सस्ते में यूनिट मिल सकती है। जब भी बाजार में तेजी आती है, निवेशकों को समय के साथ जमा की गई यूनिट पर लाभ मिलने लगता हैं। 

वहीं अपने वित्तीय लक्ष्य के नजदीक आने पर जोखिम कर करने के लिए इक्वटी से डेट या हाइब्रिड फंड में स्विच करना बेहतर होता है। इससे बाजार में गिरावट आने पर कुल कॉरपस नहीं घटेगा और वित्तीय लक्ष्य हासिल कर पाएंगे।