Reserve Bank: आज हो सकती है रेपो रेट में 0.25% की कटौती, आरबीआई की मीटिंग हुई शुरू
Repo Rate Update: देश में आज लोन लेने वाले ग्राहकों को बड़ी सौगात मिल सकती है। रेपो रेट को लेकर आरबीआई कि आज बड़ी मीटिंग हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मीटिंग में आज रेपो रेट में 0.25 कटौती की जा सकती है। अगर रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा रेपो रेट में कटौती की जाती है तो आने वाले समय में लोन लेने वाले ग्राहकों को कम ब्याज भरना पड़ेगा। इसके अलावा लोन की अदायगी हेतु बनाई गई बैंक द्वारा EMI भी घट जाएगी।
पाठकों को बता दें कि नए वित्त वर्ष 2025-26 में रिजर्व बैंक (RBI meeting) की आज पहली मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी मीटिंग शुरू हो रही है। इस मीटिंग में आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 0.25% की कटौती करने के बाद आने वाले दिनों में लोन सस्ते हो सकते हैं।
9 अप्रैल को आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा देंगे मीटिंग में लिए गए अहम फैसलों की जानकारी
देश में रेपो रेट को लेकर आरबीआई आज अहम फैसला ले सकता है। तीन दिन तक चलने वाली इस मीटिंग में लिए गए अहम फैसलों की जानकारी रिजर्व बैंक आफ इंडिया के गवर्नर संजय मल्होत्रा द्वारा 9 अप्रैल को सुबह 10 बजे दी जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी में 6 सदस्यों द्वारा कई एम फैसले लिए जाते हैं। 7 अप्रैल से मीटिंग शुरू होने के बाद 9 अप्रैल को आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा द्वारा इन फैसलों की जानकारी दी जाएगी। मीटिंग में शामिल 6 मेंबर में से 3 मेंबर आरबीआई के होते हैं और तीन मेंबर केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं।
इस वित्तीय वर्ष में आरबीआई करेगा कुल 6 बैठकें
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) द्वारा वित्तीय वर्ष 202526 में कल 6 बैठकें की जाएंगी। इन बैठकों में शामिल होने वाले 6 मेंबर्स द्वारा रेपो रेट सहित कई अहम फैसले लिए जाते हैं। पाठकों को बता दें कि आरबीआई (RBI) प्रत्येक 2 महीने में एक बैठक आयोजित करता है। वित्त वर्ष 2025-26 (Financial year) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की होने वाली बैठकों का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है। इस वित्तीय वर्ष की प्रथम बैठक 7-9 अप्रैल तक चलेगी और कुल 6 बैठकें होंगी।
रेपो रेट (Repo Rate) के घटने से हाउसिंग और ऑटो सहित कई प्रकार के लोन होंगे सस्ते
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा आज अगर रेपो रेट में 0.25% की कटौती की जाती है तो देश में कई प्रकार के लोन सस्ते हो जाएंगे। पाठकों को बता दें कि रेपो रेट 0.25% घटने के बाद बैंक अपने ग्राहकों को देने वाले हाउसिंग और ऑटो (Auto loan) जैसे लोन्स पर ब्याज दरें कम कर सकते हैं। जिसके चलते आपको हाउसिंग (Home loan) और ऑटो के अलावा भी विभिन्न प्रकार के लोन पर कम ब्याज चुकाना पड़ेगा और EMI भी कम हो जाएगी। अगर बैंक की तरफ से ब्याज दरें कम की जाती हैं तो हाउसिंग डिमांड बढ़ जाएगी। ज्यादा लोग रियल एस्टेट (Real Estate) में निवेश कर सकेंगे।