सोयाबीन की फसल पर बारिश मेहरबान, देखें आज सोयाबीन,सोयाबीन तेल के भाव
बारिश की मेहरबानी बनी होने से किसानों ने शत-प्रतिशत क्षेत्र में सोयाबीन की इस साल बुवाई की है। 15 जून की बुवाई को एक माह हो गया। 25 जून को की गई दोबारा बुवाक हालात अब अच्छे बताए गए हैं लेकिन जल्दी वाली वैरायटी 9560 ब्लैक बोर्ड की ग्रोथ में कमी आ गई है। इस समय किसानों ने खरपतवार नाशक दवाओं का डोज दे दिया। अभी तक ऐसी फसल पर किसी भी प्रकार का प्रकोप, बीमारी का हमला नहीं हुआ है।
किसान कमल पटेल ने बताया सोयाबीन उपज पानी वाली होने से इसे समय-समय पर बारिश अनुकूल मिलती रही तो बेहतर उपज मिलेगी। इधर, 2172 और 1135 बीज वाली फसल भी अच्छी बताई गई है। यह लेट वैरायटी 105 दिन में पकती है। किसानों को इससे उम्मीद अधिक है। इस बार किसानों को 25% स्थान पर दोबारा बोवनी करना पड़ी और 5% स्थान पर तीसरी बार भी बुवाई की। बारिश से सोयाबीन संभल गई है। वर्तमान में खेत में हरियाली छाई हुई है। इधर, सरकार ने दो माह में अच्छी मात्रा में सोयाबीन 4351 प्रति क्विंटल रुपए के अधिकतम भाव पर बेचा है।
मध्य प्रदेश में सरकार ने समर्थन दाम 4892 रुपए पर 3.88 लाख टन की खरीदी की थी। सूत्रों की मानें तो सरकार ने इसमें से 2 लाख टन से अधिक की बिक्री कर दी है। हालांकि इसके भाव 4351 पर रुपए रहे, जो समर्थन दाम से 500 रुपए नीचे बताए गए हैं। इधर, उज्जैन मंडी में ऑफ सीजन की आवक होने से करीब डेढ़ करोड रुपए से अधिक का सोयाबीन किसान बेचने ला रहे हैं। बुवाई के बाद का बचा हुआ सोयाबीन दो-चार दिन में समाप्त हो जाएगा। 3 साल से सोयाबीन में बड़ा नुकसान लगने से कारोबार में बड़ा बदलाव भी देखा जा रहा है।
दो दिन में सोयाबीन तेल 15 किलो में 25 रुपए बढ़े, आगे भी तेजी
सोयाबीन कारोबारी अमर अग्रवाल ने बताया इस समय ऑफ सीजन में भी सोयाबीन के भाव में कोई खास तेजी नहीं आ रही है। तेल के भाव में तेजी बनी हुई है। 2 दिन में सोयाबीन तेल 15 किलो में 25 रुपए बढ़ गए। आगे भी भाव में तेजी की स्थिति बताई गई है। अब तेल खरीदी का दौर शुरू हो जाने से भाव घटने की संभावना कम ही बताई गई है।