SEBI: मार्केट टूटने पर भी मिलेगा अब निवेशकों को मुनाफा, सेबी ने दी SIF लॉन्च करने की मंजूरी, देखिए पूरी रिपोर्ट
SEBI Good News: सेबी ने स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड (एसआइएफ) लॉन्च करने की मंजूरी दे है और अब निवेश के लिए भी नियम स्पष्ट किए हैं। एसआइएफ एक खास तरह का फंड होगा, जिसमें जोखिम ज्यादा होगा, पर कमाई का मौका भी ज्यादा हो सकता है। इस फंड में वही लोग निवेश कर पाएंगे जो कम से कम 10 लाख रुपए लगा सकते हैं। फंड की खास बात यह है कि इसमें बाजार की चाल चाहे ऊपर हो या नीचे, दोनों हालत में मुनाफा कमाने की कोशिश की जाती है।
एसआइएफ में सेबी ने शॉर्ट सेलिंग की इजाजत दी है, जो म्यूचुअल फंड्स में नहीं है। एसआइएफ में फंड मैनेजर डेरिवेटिव का उपयोग करके अपने नेट पोर्टफोलियो का 25% शॉर्ट सेलिंग कर सकते हैं या शॉर्ट पोजीशन बना सकते हैं। इससे निवेशकों को न केवल बाजार में तेजी आने पर अच्छा मुनाफा होगा, बल्कि गिरते शेयरों में शॉर्ट सेलिंग कर भी फंड मैनेजर्स निवेशकों के लिए लाभ कमाएंगे। मान लीजिए रिलायंस के शेयर चढ़े तो भी एसआइएफ निवेशकों को लाभ होगा। वहीं, फंड मैनेजर को लगा कि कंपनी के शेयर गिरेंगे तो वह शॉर्ट सेलिंग करके भी रिटर्न जेनरेट कर सकता है।
तीन तरह के मिलते हैं फंड
एसआइएफ में भी म्यूचुअल फंड्स की तरह 3 श्रेणियों में निवेश किया जा सकता है। इक्विटी, डेट और हाइब्रिड। हाइब्रिड के तहत इक्विटी और डेट के साथ रीट्स-इनविट और कमोडिटीज में निवेश किया जा सकता है। 25-25% निवेश इक्विटी और डेट में होना जरूरी है।
इक्विटी ओरिएंटेड स्कीम्स...
1. इक्विटी लॉन्ग-शॉर्ट फंड: इसके तहत 80% तक इक्विटी में निवेश और 25% तक शॉर्ट सेलिंग कर सकते हैं।
2. एक्स-टॉप 100 लॉन्ग शॉर्ट फंड: इसमें 65% पैसा टॉप 100 मार्केट कैप से बाहर की कंपनियों पर लगाया जाता है। 25% तक शॉर्ट पोजीशन ले सकते हैं।
3. सेक्टर रोटेशन लॉन्ग शॉर्ट फंड: इसके तहत 80% तक निवेश कम से कम 4 सेक्टर्स में होता है। इसके तहत भी 25% शॉर्ट सेलिंग की इजाजत है।