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भारत केमिकल मैन्युफैक्चरिंग में बनेगा वैश्विक महाशक्ति, लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार

 

India Chemical Manufacturing: भारत के लिए केमिकल उद्योग को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने की योजना है। सरकार की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश को विश्वस्तरीय केमिकल हब के रूप में विकसित करने की जरूरत है ताकि 2040 तक केमिकल उत्पादन का लक्ष्य एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाया जा सके।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत की वैश्विक केमिकल सप्लाई चेन में हिस्सेदारी को बढ़ाकर 5-6 प्रतिशत तक लाना आवश्यक है। ऐसा होने पर भारत को अतिरिक्त 35-40 बिलियन डॉलर का निर्यात लाभ होगा और 2030 तक करीब सात लाख नई नौकरियां भी सृजित होंगी।

केमिकल उद्योग के विकास के लिए आठ प्रमुख बंदरगाहों का आधुनिकीकरण जरूरी माना गया है, जिससे निर्यात और आयात दोनों कार्यों में आसानी हो सके। इसके अलावा, रिपोर्ट में सरकार से सुझाव दिया गया है कि रसायनों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए आयात शुल्क, निर्यात क्षमता और बाजार की मांग के आधार पर रणनीतियां बनानी चाहिए।

यदि भारत 2047 तक आर्थिक रूप से विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होना चाहता है, तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का विस्तार अत्यंत आवश्यक है। इस क्षेत्र में सुधार से भारत की जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी बढ़कर 22 प्रतिशत तक पहुंच सकती है, जिससे रोजगार और आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी।