{"vars":{"id": "115716:4925"}}

भारत में करोड़पति बनने वाले लोगों ने पैसा सबसे अधिक किसबिजनेस में कमाया , जाने आज करोड़पतियों की संख्या

 

भारतीय अरबपतियों की संयुक्त संपत्ति 950 अरब डॉलर आंकी की गई है, जो अमेरिका के 5700 अरब डॉलर और चीन के 1340 अरब डॉलर के बाद वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर आता है।

भारत में करोड़पतियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भारत में करोड़पतियों की संख्या वर्ष 2024 में 6% बढ़कर 85 698 तक पहुंच गई है। वर्ष 2023 में यह संख्या 80686 पर थी। परंतु अरबपतियों की संख्या 12% बढ़कर 191 तक पहुंच गई है। इनमें से 26 साल 2024 में ही अरबपतियों की श्रेणी में शामिल हुए हैं ।जबकि 2019 में यह संख्या सिर्फ 7 थी।

रिपोर्ट के अनुसार 2028 में अरबपतियों की संख्या

ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट के अनुसार 10 करोड डालर यानी 870 करोड रुपए से अधिक की संपत्ति वाले भारतीय लोगों की संख्या आगे और तेजी से बढ़ने की उम्मीद बता रही है।
यह अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2028 तक यह संख्या बढ़कर 93753 तक हो जाएगी। यह भारत के बढ़ते धन परिदृश्य को दिखलाता है।

आज भी रिच लोगों के मामले में तीन देशों से पीछे है भारत

रिच लोगों के मामले में भारत सिर्फ जापान, अमेरिका और चीन से अभी तक पीछे है।
वहीं भारतीय अरबपतियों की संयुक्त संपत्ति 950 अरब डॉलर आंकी गई है। जो अमेरिका के 5700 अरब डॉलर और चीन के 1340 अरब डॉलर के बाद बेसिक सत्र पर तीसरे स्थान पर है।

दुनिया में इन 10 देश में है सबसे अधिक अमीर लोग

अमेरिका में 905413 अमीर लोग है।

चीन में 471634 अमीर लोग हैं।

जापान में 122119 लोग हैं अमीर।

भारत में 85698 लोग अमीर हैं। जो ग्लोबल हिस्सेदारी में 3.7% का हिस्सा है।

इस रिपोर्ट के अनुसार विश्व की 3.7% अमीर लोग भारत में रहते हैं भारत इस मामले में चौथे नंबर पर है पहले पर अमेरिका दूसरे पर चीन और तीसरे स्थान पर जापान है विनिर्माण क्षेत्र के पिछले 10 साल में टेक की तुलना में अधिक अरबपति बनाए हैं।

स्टार्ट इकोसिस्टम के चलते भारत में बड़े अरबपति

भारत की इस प्रभावशाली प्रगति का श्रेय देश के उभरते स्टार्टअप इकोसिस्टम को जा रहा है।
स्मार्टफोन की बढ़ती पहुंचे और उधमशीलता की संस्कृति ने इस बढ़ोतरी को गति दी है। रिपोर्ट के अनुसार स्टार्टअप संस्कृति भारत और फिलिपींस जैसे देशों में अमीरों की वृद्धि की महत्वपूर्ण वजह बनी है। यह उद्यमी और अधिक भी धनवान बन सकते हैं जिससे हाईटेक कंपनियों का नया युग शुरू हो रहा है।

जर्मनी में 69798 लोग अमीर हैं।

कनाडा में 64988 लोग अमीर है।

ब्रिटेन में 55667 लोग अमीरों की श्रेणी में आते हैं।

फ्रांस में 51254 लोग अमीरों की श्रेणी में आते हैं।

ऑस्ट्रेलिया में 42789 लोग अमीरों की श्रेणी में आती है।

हांगकांग में 42715 लोग अमीरों की श्रेणी में आते हैं जो ग्लोबल हिस्सेदारी में 1.8 प्रतिशत का हिस्सा है।

भारत के अधिकतर लोग मोबाइल और लैपटॉप का बिजनेस करके करोड़पति बने हैं।

आजकल बहुत से कार्य ऑनलाइन ही हो रहे हैं, ऐसे में मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर की डिमांड बहुत अधिक बढ़ चुकी है। लैपटॉप और मोबाइल रिपेयरिंग हाथ का हुनर है यह बिजनेस शुरू करने से पहले आपको इनके बारे में सभी जानकारी होनी आवश्यक है।
लैपटॉप और मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर खोलने पर शुरुआत में आपको बहुत ज्यादा सामान रखने की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है। आपको इस काम में खराब मोबाइल लैपटॉप को ही ठीक करके देना है। इसलिए आपको बस कुछ जरूरी हार्डवेयर ही अपने पास रखने होते हैं। जैसे कि मदरबोर्ड, प्रोसेसर, रैम, हार्ड ड्राइव और साउंड कार्ड जैसी चीजों को बड़ी मात्रा में रखने की आवश्यकता नहीं होगी। इसका कारण यह है कि इनमें से किसी भी सामान की जरूरत पड़ने पर आप अपनी दुकान पर बैठे ही मंगवा सकते हैं। आज अगर हम मोबाइल रिपेयरिंग की बात करें तो किसी भी मोबाइल में डिस्प्ले खराब हो जाती है तो कम से कम₹2000 का खर्च होता है जिसमें दुकानदार को अच्छी बचत निकलती है।

ब्लॉग जैसे ऑनलाइन काम

अगर आप लिखने के शौकीन है तो आप ब्लॉगिंग के जरिए भी अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। अगर आप कंटेंट अच्छा लिखते हैं तो आपके पास पैसों की कोई कमी नहीं रहेगी। अगर आप बड़े सत्र पर ब्लॉगिंग करना चाहते हैं तो अपनी खुद की एक वेबसाइट बनवा ले और इसके प्रमोशन के लिए भी कई प्लेटफार्म है। जिसमें कुछ ही महीने में कमाई शुरू हो जाती है। ब्लॉग आप जिस विषय पर लिखना चाहते हैं उसे पर अच्छी पकड़ होनी आवश्यक है जैसे ही आपके ब्लॉग को पढ़ने वालों की संख्या बढ़ने लगेगी। आप अपने ब्लॉग पर विज्ञापन देखकर अच्छी कमाई कर सकते हैं।