सोने चांदी ने बनाया नया रिकॉर्ड, भारत में 60% रिटर्न, अंतरराष्ट्रीय बाजार से 7% ज्यादा, जाने 2026 में क्या रहेगा सोने का भाव
सोने-चांदी के दाम इस साल अब तक डेढ़ गुने से भी ज्यादा हो गए। फिर मांग बनी हुई है। सोने की कीमत रिकॉर्ड 1.22 लाख रुपए के करीब पहुंच गई। चांदी भी पहली बार 1.5 लाख रुपए से ऊपर निकल गई। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का मानना है कि सोने की कीमत बढ़ती रहेगी क्योंकि इसमें रिकॉर्डतोड़ निवेश हो रहा है।
सितंबर में दुनियाभर में गोल्ड ईटीएफ में ₹1.53 लाख करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ। यह एक महीने में अब तक सबसे ज्यादा है। आईबीजेए के मुताबिक, देशभर में 24 कैरेट सोने की औसत कीमत 1,858 रुपए बढ़कर 1,21,799 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई। 22-कैरेट (जेवराती) सोना ₹1,702 तेजी के साथ 1,11,568 रुपए हो गया। चांदी का औसत भाव भी 1,342 रुपए बढ़कर 1,50,783 रुपए प्रति किलो हो गया। पृथ्वी फिनमार्ट के डायरेक्टर मनोज कुमार जैन ने कहा, 'दिवाली तक सोना ₹1.28 लाख तक पहुंच सकता है।
भारत में 60% रिटर्न अंतरराष्ट्रीय बाजार से 7% ज्यादा
भारत में सोने ने निवेशकों को अंतरराष्ट्रीय बाजार से ज्यादा कमाई कराई है। 2025 में अब तक घरेलू बाजार में सोने का रिटर्न 60%, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में 53% रहा है। निकट भविष्य में सोना और महंगा होने के स्पष्ट संकित हैं। एमसीएक्स पर सोने का वायदा भाव रिकॉर्ड 1,22,500 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया।
भारत में अगले एक साल (2026) में सोने की कीमत 23% तक बढ़ सकती है। अगली दिवाली तक सोना
1.45-1.50 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसके दाम 4,890-5,000 डॉलर प्रति आउंस तक जा सकते हैं।
केंद्रीय बैंकों का भरोसाः दुनियाभर के केंद्रीय बैंक सोना खरीद रहे हैं। चीन का पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना सितंबर में लगातार 11वें महीने सोने का शुद्ध खरीदार रहा। यह डॉलर पर निर्भरता कम करने की उनकी रणनीति का हिस्सा है।
ईटीएफ निवेशः गोल्ड ईटीएफ में इस साल अब तक 17% निवेश बढ़ चुका है। यह दर्शाता है कि केंद्रीय बैंक ही नहीं, बल्कि बड़े और अमीर निवेशक भी सोने में भारी निवेश कर रहे हैं।