शेयर खरीदने पर सिर्फ मुनाफा नहीं, मिलते हैं कंपनी के 9 खास अधिकार
Share Market: शेयर बाजार में निवेश करने वाले लोग अक्सर यह सोचकर शेयर खरीदते हैं कि कीमत बढ़ेगी और उन्हें मुनाफा मिलेगा। लेकिन शेयर खरीदना सिर्फ प्रॉफिट का माध्यम नहीं है, बल्कि इसके साथ आपको कंपनी में कुछ कानूनी और महत्वपूर्ण अधिकार भी मिलते हैं। ये अधिकार निवेशकों को कंपनी की नीतियों और फैसलों में भागीदारी का मौका देते हैं।
एक शेयरहोल्डर के रूप में आपके पास कुल 9 प्रमुख अधिकार होते हैं। पहला, डिविडेंड का अधिकार अगर कंपनी मुनाफा कमाती है और डिविडेंड घोषित करती है तो इसका हिस्सा आपको मिलता है। दूसरा, कंपनी की जानकारी का अधिकार एनुअल रिपोर्ट, ऑडिटेड फाइनेंशियल स्टेटमेंट और नोटिस जैसी जानकारियाँ आपको उपलब्ध होती हैं।
तीसरा, मीटिंग में शामिल होने का अधिकार आप जनरल मीटिंग में हिस्सा लेकर अपनी राय साझा कर सकते हैं। चौथा, ई-वोटिंग और पोस्टल बैलट का अधिकार कंपनी के महत्वपूर्ण फैसलों में वोटिंग कर सकते हैं। पाँचवां, सवाल पूछने और प्रस्ताव रखने का अधिकार – बोर्ड से प्रश्न पूछने और मीटिंग में नए मुद्दे रखने की सुविधा।
छठा, महत्वपूर्ण फैसलों में वोटिंग का अधिकार जैसे मर्जर, डायरेक्टर नियुक्ति या ऑडिटर बदलने में आपकी मंजूरी जरूरी होती है। सातवां, कंपनी के रिकॉर्ड देखने का अधिकार कानूनी और स्टैच्यूटरी रिकॉर्ड चेक करने का अधिकार। आठवां, शेयर ट्रांसफर का अधिकार अपने शेयर किसी और को ट्रांसफर कर सकते हैं। नौवां, शिकायत करने का अधिकार अगर आपके अधिकारों का उल्लंघन होता है तो SEBI के SCORES प्लेटफॉर्म पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
शेयरधारक होने का मतलब सिर्फ निवेशक होना नहीं है, बल्कि कंपनी के मालिकाना हक में हिस्सेदार बनना भी है। इसका फायदा यह है कि आप न केवल आर्थिक लाभ पा सकते हैं, बल्कि कंपनी की दिशा और फैसलों में अपनी भागीदारी भी सुनिश्चित कर सकते हैं। इसलिए अगली बार किसी कंपनी का शेयर खरीदते समय इन अधिकारों को ध्यान में रखें।