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सोयाबीन फसल की कटाई शुरू, मंडी नीलामी में कैमरे से रखी जाएगी नजर, किसानों को भावांतर योजना का मिलेगा लाभ, देखें आज के भाव

 

बारिश के चलते खेतों में

पानी भरने से 16 गांव में खेतों में खड़ी सोयाबीन फसल सड़ गई। किसानों ने उस पर ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दी। किसानों के अनुसार ताजा रिपोर्ट प्रति बीघा की कहीं 50 किलो तो कहीं डेढ़ से दो क्विंटल मिली है जबकि लेट वैरायटी वाली फसल अभी काटी नहीं गई है।

इधर शासन ने भावांतर घोषित किया तो खुले बाजार की सोयाबीन की तेजी समाप्त हो गई। सोमवार को मंडी खुलेगी। इसमें 25 से 50 रुपए की भाव गिरावट की संभावना बताई जा रही है। मंडी कारोबारी अमर अग्रवाल के अनुसार सोयाबीन प्लांट ने शनिवार को खरीदी ऑफर में कोई फेरबदल भी नहीं किया। प्लांट के भाव 4550 से 4600 के यथावत रहे। इधर 50,000 से अधिक का व्यापारिक स्टाक अब 1000 क्विंटल के नुकसान में बिकेगा। समर्थन दाम की खरीदी के लिए रोका गया सोयाबीन 400 रुपए की तेजी में नहीं बेचा गया लेकिन समर्थन दाम की खरीदी नहीं होने से और भावांतर होने से अब आगामी तेजी समाप्त मानी जा रही है। किसान अब काटा गया सोयाबीन मंडी में तेजी से बेचने आने लगेंगे।

मंडी नीलाम की कैमरे से नजर रखेंगे

उज्जैन मंडी में 4 से 5 सोयाबीन प्लांट की सीधी खरीदी होती है जबकि मोटर बिल्टी वाले व्यापारी भी खरीदी कर लेते हैं। उज्जैन मंडी में भाव प्लांट खरीदी से किसानों को ऊंचे से ऊंचे मिलते हैं, ऐसा बताया जाता है। बताया जाता है कि ट्राली गोल में बिकने से भी भाव फर्क आ जाता है। मंडी में नमी क्वालिटी मापक यंत्र जल्द ही आने की खबर है। सीजन शुरू हो चुका है लेकिन यह व्यवस्था तुरंत लागू हो तो नीलामी में विवाद नहीं होगा।

इस वर्ष भावांतर मिलेगा

इस बार किसानों को सोयाबीन में नुकसान होने से वे भाव में लाभचाहते हैं। समर्थन मूल्य के भाव 5328 पर प्रति क्विंटल हैं लेकिन इस वर्ष किसानों को भावांतर का लाभ मिलेगा, ऐसे में समर्थन मूल्य की खरीदी नहीं होगी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोयाबीन के भाव में कमी की खबर है। तेल के भाव में भी आगामी माह में गिरावट बताई जा रही है। सोयाबीन अंतरराष्ट्रीय फसल होने से इसके भाव की तेजी-मंदी विदेश से ही बनती है।