Soybean bhav : सोयाबीन की फसल एक बार फिर किसानों के लिए पीला सोना बनकर उभरा
सोयाबीन की फसल एक बार फिर किसानों के लिए पीला सोना बनकर उभरा है। 8 नवंबर के मॉडल भाव 4030 रुपए रहे। इधर भावांतर की राशि 13 नवंबर को भुगतान की जाएगी। करीब 1.25 लाख किसानों को लाभ मिलेगा, जिन्होंने अभी तक योजना में सोयाबीन बेची। अब तक 2.30 लाख टन सोयाबीन की खरीदी हुई। इसकी कीमत 1500 करोड रुपए है। 250 से 300 करोड रुपए का भुगतान शीघ्र होगा। केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार प्रक्रिया पूरी कर ली है। अब किसानों के खाते में भुगतान जल्द पहुंचेगा। सोयाबीन में भावांतर के मॉडल रेट खुलते ही सोयाबीन प्लांट के खरीदी ऑफर में भी तेजी आ गई।
कारोबारी अमर अग्रवाल ने बताया नीमच लाइन में 35 रुपए क्विंटल भाव बढ़कर 4615 और इंदौर लाइन 25 रुपए की भाव वृद्धि कर 4550 रुपए के ऑफर
दिए।
देखा जाए तो सरकार की भावांतर योजना का लाभ किसानों को मिलने के साथ मॉडल रेट की पारदर्शी व्यवस्था से किसी को भी नुकसान नहीं हो रहा, जिनका सोयाबीन 4000 रुपए बिका उन्हें 1328 रुपए का भुगतान मिल रहा। ऐसे में यह योजना किसान के लिए कल्याणकारी बताई जा रही है। सोयाबीन में भाव वृद्धि होने से व्यापार खूब चलने की उम्मीद है।
देखा जाए तो उज्जैन मंडी में 6 से 7 करोड रुपए का सोयाबीन नीलामी में प्रतिदिन बिक रहा है। प्लांट का सोयाबीन 4250 से 4500 रुपए और बीज वाला 5000 से 5860 रुपए तक प्रतिदिन बिक रहा है। बीज वाले की आवक 2000 क्विंटल की होने से अच्छी क्वालिटी के सोयाबीन के भाव किसानों को लाभकारी मिल रहे हैं।
आगामी सोमवार से मंडी में सोयाबीन की आवक में वृद्धि की संभावना है लेकिन भाव गिरने की स्थिति इस समय नहीं बताई गई है। इधर विदेश में तेल बाजार में भी तेजी के संकेत मिल रहे हैं। देखा जाए तो तेल बाजार में स्थानीय स्तर पर 15 किलो सोयाबीन तेल का डब्बा 2 दिन में 20 रुपए प्रति 15 किलो बढ़कर 2120 रुपए हो चुका है। ऐसे में तेल के भाव में भी गिरावट की स्थिति इस समय नहीं बताई गई है। इस समय विवाह समारोह चलने से तेल की बिक्री भी बढ़ने वाली है।