अब घायलों को बचाने पर मिलेंगे 25 हजार रुपये, योजना इसी महीने में होगी लागू
कई बार घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने पर नागरिकों से कानूनी सवाल-जवाब होते हैं, इस कारण लोग घायलों की मदद से मुंह फेर लेते हैं। मध्यप्रदेश सरकार अब घायलों की जान बचाने वाले जिम्मेदार नागरिकों को 25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देगी। इसके अलावा प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। अब ऐसे लोगों से कानूनी सवाल-जवाब भी नहीं होंगे।
वैसे तो यह केंद्र सरकार की योजना है। मध्यप्रदेश में सरकार ने विचार-विमर्श के बाद इस योजना को अपने यहां लागू करने पर सहमति जता दी है। इसी महीने के अंत तक यह योजना लागू हो जाएगी। इससे घायल लोगों की जान भी बचेगा तथा नागरिकों को प्रोत्साहन तथा सम्मान भी मिलेगा।
परोपकार के साथ-साथ पुरस्कार भी
सरकार की यह एक ऐसी योजना है, जिसमें परोपकार के साथ-साथ पुरस्कार भी मिलेगा। किसी की मदद करना पुण्य का काम है। यदि आप किसी घायल की जान बचा लेते हैं तो इससे बड़ा पुण्य कुछ नहीं है। पहले लोग घायलों की मदद करते थे, लेकिन कई बार घायलों की मदद करने के बाद कानूनी सवालों के पचेड़े में लोग फंस जाते हैं।
ऐसे में अब लोग इस कानूनी पचेड़े में फंसने से डरते हैं और घायलों की मदद नहीं करते हैं। ऐसे में काफी लोगों को समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण उनकी मौत हो जाती है। लोगों की जान बचाने के लिए यह बहुत बड़ी योजना साबित होगी। इसमें सबसे महत्वपूर्ण शर्त यह है कि गंभीर घायल को गोल्डन ऑवर में ही अस्पताल पहुंचाना होगा, जिससे यह साबित हो जाए कि यदि इसे समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जाता तो इसकी मौत हो सकती थी।
इनाम के लिए कुछ शर्त भी
सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले व्यक्ति का यदि कोई ऑपरेशन होता है, कम से कम उसे तीन दिन अस्पताल में ही दाखिल रहना पड़े, सिर या फिर रीढ़ की हड्डी में कोई गंभीर चोट लगी हो तो उस स्थिति में मरीज को अस्पताल पहुंचाने वाला नागरिक इस पुरस्कार का हकदार होगा।