{"vars":{"id": "115716:4925"}}

IVF तकनीक से हो रही है महिलाओं की बांझपन की समस्या दूर, संतान सुख की राह में नई रोशनी बनकर उभरी

 

IVF Technique Update: निःसंतानता या बाँझपन जीवन का सबसे बड़ा दुःख है। हर पति-पत्नी को संतान सुख पाने की चाहत होती है लेकिन कई बार दोनों या किसी एक की कमी की वजह से यह संभव नहीं हो पाता है और उनके जीवन में निराशा छाने लगती है। ऐसे दम्पतियों के लिए आईवीएफ ट्रीटमेंट किसी वरदान से कम नहीं है।

निःसंतानता के कारण पुरुषों में शुक्राणुओं की मात्रा का कम होना या बिलकुल भी नहीं होना तथा महिलाओं में अंडे बनाने की क्षमता कम होना, ट्यूब ब्लॉक होना, गर्भाशय में संक्रमण, बार-बार गर्भपात होना, ट्यूब में गर्भ रहना, माहवारी की अनियमितता आदि अनेक कारण हो सकते ह। अतः ऐसे दम्पति जो दो साल या उससे अधिक समय के पश्चात भी अभी तक संतानसुख से वंचित है तो उन्हें दोनों की जाँच करवाकर आईवीएफ प्रक्रिया अवश्य अपनाना चाहिए।

कम खर्च में भी संभव है आईवीएफ ट्रीटमेंट

आईवीएफ ट्रीटमेंट के बारे में आम लोगों में यह गलत धारणा बनी हुई है कि आईवीएफ ट्रीटमेंट मतलब लाखों रुपए का महंगा इलाज होता है जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। कुछ फर्टिलिटी सेंटर्स में काफी किफायती दरों पर सफलतापूर्वक आईवीएफ ट्रीटमेंट के माध्यम से संतानहीन लोगों के चेहरे पर खुशियों की मुस्कान खिलाते है।

आईवीएफ के उपचार में सबसे महत्वपूर्ण और महँगा हिस्सा हार्मोन के इंजेक्शंस का होता है क्योंकि इसी पर सबसे अधिक सफलता निर्भर करती है इसीलिए आईवीएफ ट्रीटमेंट सेंटर्स में केवल इम्पोर्टेड हार्मोन इंजेक्शंस का ही उपयोग किया जाता है। आईवीएफ ट्रीटमेंट में बीपीएल एवं आयुष्मान कार्ड धारक योजना के हितग्राहियों के लिए विशेष पैकेज प्रदान किया जाता है। एमपी फर्टिलिटी सेंटर की संस्थापक एवं प्रमुख विशेषज्ञ डॉ. प्रतिभा डोशी एवं डॉ. मलिका डोशी आईवीएफ तकनीक के बारे में विस्तार से जानकारी दी।