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अगर मानसून में हो रहे हैं एलर्जी के शिकार, तो इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख कर, पाए एलर्जी से छुटकारा

 

बारिश का समय आ गया है, बरसात भले ही गर्मी से राहत देती हो ,परंतु इस मौसम में कई लोगों को एलर्जी की समस्या भी आ जाती है। मानसून के मौसम में बढ़ती हुई नामी दिल्ली जगह और घर में बंद वातावरण एलर्जी को ट्रिगर करने वाले कारकों को सक्रिय कर सकते हैं। इसके पीछे के कई कारण होते हैं आईए जानते हैं आज एलर्जी से मानसूनी मौसम में कैसे बचे।

 मानसून के मौसम में किस प्रकार की होती है एलर्जी 
मानसून में अधिकतर रूप से सांस संबंधी एलर्जी जैसे अस्थमा, खांसी आना, छींक आना। खाज खुजली ,आंखों की एलर्जी, पैरों त्वचा या सर में फंगल संक्रमण देखने को मिलते हैं।


मानसून के मौसम में एलर्जी बढ़ने के क्या रहते हैं मुख्य कारण 

मानसून के मौसम में नमी बढ़ जाती है जिससे फफूंदी धूल के कण और परागकण पनपत्ते हैं। घर के अंदर वायु गुणवत्ता भी गिरती है यह सभी एलर्जी को ट्रिगर करते हैं। 

घर में एलर्जी के बचाव के लिए करें यह उपाएं 

घर को सुखा और साफ रखने से एलर्जी से काफी हद तक लाभ मिलता है। घर में मौसम से हुए गिले कोनों में फफूंदी न जमने दे। नियमित रूप से पर्दे कालीन बेडशीट की सफाई करते रहे।
घर के सभी खिड़की दरवाजे खुले रखें ताकि घर में वेंटिलेशन बना रहे और नमी न रुके।


एलर्जी पर खाने-पीने का कितना असर 

इम्यूनिटी मजबूत करने वाले खाद्य पदार्थ जैसे विटामिन सी युक्त फल, हल्दी, अदरक आदि का सेवन एलर्जी से लड़ने में पूरी सहायता करता है। ओयली खाना व डेरी उत्पादन कुछ लोगों में एलर्जी पैदा करते हैं।

एलर्जी प्रूफ गदो और तकियों के  इस्तेमाल करने से धूल के कोनों से बचाव हो सकता है। यह  एलर्जी ट्रिगर  करने वाले सूक्ष्म तत्वों को भीतर जाने से रोक देते हैं इससे रात में एलर्जी के लक्षण काम बनते हैं।


मानसून के मौसम में घर से बाहर निकलने से पहले रखें इन बातों का ध्यान 

घर से बाहर जाते समय मासक व सनग्लास पहने । ताकि परागकण व धूल से बचाव हो सके । घर आने पर गर्म पानी से नहाए और कपड़े बदले ताकि बाहर के सूक्ष्म तत्व साथ ना आए समस्या होने पर डॉक्टर से चला है जरूर लें।