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 इंदौर-खंडवा हाईवे पर दौड़ने की चाह रखने वाले वाहन चालकों के लिए अच्छी खबर

 

 इंदौर-खंडवा हाईवे पर दौड़ने की चाह रखने वाले वाहन चालकों के अच्छी खबर है, लेकिन इसके साथ ही उनको टैक्स भी अ​धिक देना होगा। इस मार्ग पर अगले साल जनवरी तक टोल प्जाला शुरू हो जाएगा। इस मार्ग पर तीन सुरंग होने के कारण अन्य टोल के मुकाबले ज्यादा टोल देना होगा। अक्तूबर में इसके लिए टोल दर निर्धारित कर दी जाएंगी। दिसंबर में भारी वाहनों के लिए यह हाइवे खोल दिया जाएगा। 


इंदौर-खंडवा-एदलाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 216 किलोमीटर है। इसका काफी काम पूरा हो गया है। इस पर 33 किलोमीटर पर टोल प्लाजा बनेगा, लेकिन टैक्स के रेट 46 किलोमीटर तक के लिए जाएंगे। इस मार्ग पर तीन सुरंग हैं, इसलिए यहां टोल टैक्स ज्यादा देना पड़ेगा। इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर जनवरी से टोल प्लाजा शुरू करने का फैसला एनएचएआई ने लिया है।

यह टोल प्लाजा तेजाजी नगर बायपास से 33 किमी पर बनाया जाएगा, जो बलवाड़ा के नजदीक गांव पडाली में होगा। इंदौर-चोरल के बीच तीन सुरंग होने के कारण वाहन चालकों को ज्यादा टोल टैक्स देना पड़ेगा। यहां वाहन चालकों से 13 किलोमीटर की अतिरिक्त दरें ली जाएंगी। फिलहाल टोल दरों का आंकलन करना बाकी है, इनकी घोषणा अक्तूबर महीने में की जाएगी।

दिसंबर में भारी वाहनों के लिए खुलेगा
इस 216 किलोमीटर लंबे इंदौर-खंडवा-एदलाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग को दिसंबर में भारी वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। इसका काम जनवरी 2025 में पूरा होना था, लेकिन काम की गति धीमी होने के कारण अब इसकी डेडलाइन बढ़ाई गई है। फरवरी 2026 तक मेघा इंजीनियरिंग का काम करना होगा। इस राजमार्ग पर तलाई में 300 मीटर, भेरूघाट में 500 मीटर और चोरल में 300 मीटर की तीन सुरंग हैं। इनका कुछ काम अभी बाकी है। दिसंबर तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा। 


दो से तीन टोल होंगे
इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो से तीन टोल होंगे। इंदौर से बलवाड़ा के बीच में एक टोला होगा जबकि दूसरा टोल धनगांव गांव में शुरू हो जाएगा। प्रत्येक 50-55 किलोमीटर पर टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। इंदौर-बलवाड़ा वाले हिस्से में 1300 मीटर लंबी तीन सुरंग होने के कारण टोल थोड़ा ज्यादा देना होगा। अ​धिकारियों के अनुसार सुरंग की लंबाई की तुलना में दस गुना टैक्स लगाया जाता है। इसलिए 1300 मीटर की सुरंगों की एवज में 13 किलोमीटर का टैक्स लगाया जाएगा। ऐसे में 33 किलोमीटर के लिए 46 किलोमीटर का टोल टैक्स देना होगा। 


900 करोड़ रुपये होंगे खर्च
इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर 900 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। यहां पर किसी एजेंसी की बजाय टोल का संचालन एनएचएआई ही करेगी। इस टोल से आने वाली रा​शि में से कुछ हिस्सा एजेंसी को दिया जाएगा। इस मार्ग के निर्माण में 60 प्रतिशत रा​शि का खर्च एजेंसी द्वारा किया जाता है।