वक्फ संशोधन कानून को मध्यप्रदेश में मिली चुनौती, कांग्रेस विधायक पहुंचे सर्वाेच्च न्यायालय
वक्फ संशोधन अधिनियम के पारित होते ही देशभर में प्रदर्शनों, धरनों का दौर जारी है। ऐसे में लोग इस वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। कई जगह हिंसा की घटनाएं भी हो चुकी हैं। ऐसे में यह अधिनियम अब कानूनों विवादों में भी घिर चुका है।
सरकार ने राज्यसभा और लोकसभा में इस वक्फ संशोधन अधिनियम को पारित कर लिया। इसके बाद राष्ट्रपति की मंजूरी मिली और 8 अप्रैल को यह देशभर में लागू हो गया। इसके बाद लोग इसके विरोध में उतर आए और लगातार धरने और प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ स्थानों परी हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं। अब इस कानून को चुनौती दी गई है।
कांग्रेस विधायक पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
वक्फ संशोधन अधिनियम को चुनौती देने के लिए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने इस कानून को असंवैधानिक करार दिया है। उन्होंने सर्वोच्च न्यालय में याचिका दायर की है। अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में 16 अप्रैल काे सुनवाई होगी। इसके अलावा देशभर से इस कानून के खिलाफ 20 से अधिक याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हो चुकी हैं। इन याचिकाओं में धार्मिक स्वतंत्रता में दाखिल और मुसलमानों के अधिकारों का हनन होने के आरोप लगाए गए हैं।
तीन जजों की बेंच करेगी सुनवाई
इन याचिकाओं पर मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता में तीन जजों की बेंच सुनवाई करेगी। वहीं मुस्लिम त्योहार कमेटी ने अपनी याचिका में कहा है कि वक्फ एक धार्मिक संस्था है। इसमें सरकार सीधा हस्तक्षेप नहीं कर सकती। वहीं इस कानून के खिलाफ अब भी प्रदर्शन व धरने जारी हैं। शुक्रवार को भी मोती मस्जिद के सामने मुस्लिम त्योहार कमेटी ने प्रदर्शन किया। यहां पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।