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Tomato Rate Hike: टमाटर के दाम पहुंचे 70 रुपए किलो पार, मानसून ने बिगाड़ा रसोई का बजट

 

Tomato Price Update: मानसून के इस दौर में टमाटर की बढ़ती कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। मानसून की मार ने एक बार फिर आम आदमी की रसोई को झटका दिया है। अप्रैल-मई में जो टमाटर 15 से 20 रुपए प्रति किलो मिल रहा था, वह अब 70 से 80 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। बीते 15 दिनों में ही टमाटर की कीमतों में 50 से 60 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है, जिससे न सिर्फ आम उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ बढ़ा है, बल्कि होटल और रेस्त्रां संचालकों की लागत में भी इजाफा हुआ है।

महाराष्ट्र में हुई भारी बारिश से फसलों को हुए नुकसान के चलते बढ़ी टमाटर की कीमत

सब्जी मंडी के व्यापारियों ने बताया इस बार टमाटर की महंगाई का मुख्य कारण महाराष्ट्र में भारी बारिश से फसलों का नुकसान तथा हिमाचल प्रदेश में टमाटर के सीजन का समाप्त हो जाना है। इन दोनों राज्यों से बड़ी मात्रा में टमाटर की आपूर्ति होती थी। लेकिन मौसम की मार के चलते अब मंडियों में आवक घट गई है। जिससे कीमतें तेजी से बढ़ गई हैं। 

व्यापारी रामविलास कुशवाह के अनुसार इस समय मंडी मैं सामान्य टमाटर का थोक भाव 38 से 45 रुपए प्रति किलो और हाइब्रिड टमाटर का भाव 45 से 50 रुपए प्रति किलो है। जबकि खुदरा बाजार में इसकी कीमत 70 से 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। कुछ स्थानों पर अच्छी गुणवत्ता वाले टमाटर 90 रुपए प्रति किलो तक भी बिक रहे हैं। पिछले सप्ताह तक टमाटर थोक में 30 से 35 रुपए किलो बिक रहा था। लेकिन अब यह 50 रुपए किलो के पास पहुंच गया है। जिससे खुदरा में 100 रुपए किलो तक के दाम की आशंका जताई जा रही है। 

आने वाले दिनों में और भी बढ़ सकते हैं सब्जियों के दाम

सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि यदि बारिश इसी तरह जारी रही और मंडियों में आवक नहीं बढ़ी, तो आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम और बढ़ सकते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि टमाटर की यह महंगाई कोई नई बात नहीं है। हर साल बारिश के मौसम में जब पुरानी फसल खत्म हो जाती है और नई फसल तैयार नहीं होती, तब यही स्थिति उत्पन्न होती है। फिलहाल राहत की कोई संभावना नहीं दिख रही है और उपभोक्ताओं को या तो टमाटर की खपत सीमित करनी होगी या फिर ऊंचे दाम चुकाने के लिए तैयार रहना होगा।