Indian Railway: रेलवे विभाग ने लोको पायलटों को दी बड़ी सौगात, अब एसी केबिन सहित मिलेगी ये सुविधाएं
Indian Railway: रेलवे विभाग ने लोको पायलटों की सुविधाओं को लेकर बड़ा फैसला लिया है। भोपाल मंडल के लोको पायलटों को अब गर्मी में भट्ठी बन जाने वाले इंजनों से निजात मिल रही है। मार्च तक 562 इंजनों के इंटीरियर में बदलाव किए गए हैं। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि अनुकूल वातावरण में काम करने से लोको पायलटों की एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ रही है। लोको केबिनों में एर्गोनोमिक सीटें और क्रू-फ्रेंडली तकनीक जोड़ी जा रही है। मंडल में कुल 858 इंजन ऐसे बनेंगे, जहां एसी वाले केबिन होंगे।
लोको पायलटो को दिया जा रहा है सिम्युलेटर पर आधुनिक प्रशिक्षण
लोको पायलटो को रेलवे विभाग द्वारा सिम्युलेटर पर आधुनिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नए इंजनों में शौचालय की सुविधा होगी और पुराने इंजनों में भी रेट्रोफिटिंग से यह सुविधा जोड़ी जा रही है। इससे पायलटों को लंबी दूरी की ड्यूटी में स्टेशन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। भोपाल मंडल में लोको पायलटों की ट्रेनिंग अब सिम्युलेटर के जरिए आधुनिक प्रशिक्षण के साथ-साथ पायलटों और उनके परिवारों के लिए काउंसलिंग कैंप, सेमिनार और संवाद शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं। इससे तनाव घटा है और आत्मविश्वास बढ़ा है।
लोको पायलटो के लिए रहेगी रनिंग रूम में आराम की
व्यवस्था रेलवे विभाग द्वारा लोको पायलटो के लिए भारी ट्रैफिक वाले रूट्स पर नए रनिंग रूम बनाए गए हैं। तकनीकी मोर्चे पर फॉग सेफ्टी डिवाइस, ड्राइवर अलर्ट सिस्टम, कवच तकनीक और स्मार्ट ब्रेकिंग सिस्टम से पायलटों को फायदा है।
स्टेशनों पर रहेगी नाश्ते की सुविधा
स्टेशनों पर नाश्ते, टॉयलेट ब्रेक और वॉकी-टॉकी से संपर्क की सुविधा भी दी जा रही है। इन सुधारों से पायलटों को शेड्यूल के मुताबिक विश्राम और सुविधाएं मिल रही हैं।