भिंडी की फसल पर फूल आने के इतने दिन बाद तोड़े, ऐसे बढ़ाएं उपज, रस चूसने वाले कीटों से सुरक्षा के उपाय
भिंडी के पौधों पर फूल और फल आने शुरू हो चुके हैं। डॉ. सुरेश कुमार अरोड़ा, सब्जी सलाहकार महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल ने बताया किसान महत्वपूर्ण विधियां अपनाकर अधिक उपज ले सकते हैं। पौधों पर फूल आने के चार से 5 दिन के पश्चात फलों को तोड़ लेना चाहिए।
भिंडी के फलों में फल छेदक कीट/ सुंडी का प्रकोप होने पर कोराजिन या डैलीगेट या लारविन आदि कीटनाशकों के प्रयोग से कीटों की रोकथाम की जा सकती है।
कीटनाशकों का प्रयोग कब, कैसे और कितनी मात्रा में करना है इसकी जानकारी सब्जी विशेषज्ञों से लें। पौधों की बढ़िया वानस्पतिक वृद्धि के लिए कुछ एक रसायनिक उर्वरकों का प्रयोग भी करना आवश्यक होता है। 0:52:34, 0:0:50, 13:0:45, 17:44:0, 12:61:0 एवं 21:0:0 इन रसायनिक खादों का घोल बनाकर समय-समय पर फसल में छिड़काव करें। सभी खादें पत्तों पर छिड़काव वाली होनी चाहिए और 100% पानी में घुलनशील होनी चाहिए।
ऐसे बढ़ाएं उपजः अधिक मात्रा में फूलों की संख्या एवं फलों के उपज के
लिए बायोविटा, जैविक एनपीके लिक्विड कंसोर्टियम, मैरीनों, स्प्लेंडर, ग्रीन मिरैकल और माइक्रोफूड (तरल) व एग्रोमिन गोल्ड / एग्रोमिन मैक्स का पौधों पर छिड़काव करें, जबकि 5 मिन कंसोर्ट, ग्रो केयर और प्रो न्यूट्री का 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से पानी में घोलकर ड्रिप विधि बेहतर है।
रस चूसने वाले कीटों से सुरक्षा के उपाय
रस चूसने वाले कीड़ों से सुरक्षा के लिए ईमीदा क्लोपरिड 17.8% या मोवैनटों का 1 एमएल प्रति 1 लीटर पानी की दर से घोलकर बना 250 लीटर पानी का घोल प्रति एकड़ में छिड़काव करें। पौधों में विषाणु रोग (वायरस) से सुरक्षा के लिए क्यूरैक्स या वैक्टोकोन दवाओं का दो एमएल प्रति एक लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।