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Ac कै साथ स्टेपलाइजर लगाना जरूरी, स्टेबलाइजर नहीं लगाया तो कर बैठोगे बड़ा नुकसान, जानिए स्टेबलाइजर के फायदे

Ac कै साथ स्टेपलाइजर लगाना जरूरी, स्टेबलाइजर नहीं लगाया तो कर बैठोगे बड़ा नुकसान, जानिए स्टेबलाइजर के फायदे
 

आप जब भी बाजार में एसी खरीदने जाते हैं तो उसके साथ दुकानदार आपको स्टैबलाइजर भी देते हैं। आप सोचते हैं कि क्या स्टैबलाइजर की भी जरूरत है। यदि आपको स्टैबलाइजर की खास बातों का पता है तो आप तुरंत ले लेते हैं, नहीं तो आप आनाकानी करने लगते हैं। बिना स्टैबलाइजर के एसी चलाना काफी खतरनाक हो सकता है। आइए हम आपको बताते हैं स्टैबलाइजर के फायदे। 


बिजली की सबसे ज्यादा खपत गर्मियों में होती है। हर कोई अपने घर में एसी तथा कूलर चलाता है। इससे बिजली की मांग बढ़ती है। बिजली की मांग बढ़ने से इसके वोल्टेज में उतार-चढ़ाव आता रहता है। कई बार बिजली की वोल्टेज कम हो जाती है तो कई बार यह काफी कम हो जाती है। ऐसे में बिजली का उतार-चढ़ाव आपके एसी के लिए खतरनाक हो सकता है।

इससे एसी खराब होने या जलने का डर बन जाता है। इसलिए आपको एसी के साथ स्टैबलाइजर भी दिया जाता है। यह स्टैबलाइजर आपकी घटती-बढ़ती बिजली की वोल्टेज को एसी के अनुसार कम या ज्यादा करता रहता है। इससे आपके एसी पर कोई फर्क नहीं पड़ता। स्टैबलाइजर आपके एसी को एक ही वोल्टेज की बिजली सप्लाई करता रहता है। इसलिए स्टैबलाइजर के होते हुए आपके एसी पर कोई खतरा नहीं होता। 


इनवर्टर एसी में भी स्टैबलाइजर जरूरी
बाजार में आप जब एसी खरीदने जाते हैं तो आपको इनवर्टर एसी तथा नॉन इनवर्टर एसी दिखाए जाते हैं। जो कंपनी इनवर्टर एसी बेचती है, वह दावा करती है कि उनके एसी के साथ आपको स्टैबलाइजर की जरूरत नहीं होती, उनके एसी में इन-बिल्ट वोल्टेज प्रोटेक्शन होता है, लेकिन यह सच्चाई नहीं होती है। आजकल इन्वर्टर एसी में जो इन-बिल्ट स्टैबलाइजर आते हैं, वह पूरी तरह से हर प्रकार की वोल्टेज रेंज को हैंडल नहीं कर पाते हैं। जब आपके क्षेत्र में बहुत ज्यादा वोल्टेज गिर जाता है या फिर बढ़ जाता है तो यह इन-बिल्ट स्टैबलाइजर आपके एसी को सुर​क्षित नहीं रख पाता और एसी खराब हो जाता है। इसलिए कंपनी के दावों को खारिज करते हुए आपको अलग से स्टैबलाइजर लेना चाहिए। 


​स्टैबलाइजर के बिना हो सकते हैं कई नुकसान
यदि आपने अपने एसी के साथ स्टैबलाइजर नहीं लगवाया है तो इससे आपको कई नुकसान हो सकते हैं। ज्यादा वोल्टेज आने से एसी का पीसीबी बोर्ड, कंप्रेसर और मोटर खराब हो सकते हैं। कम वोल्टेज के कारण कूलिंग नहीं हो पाती। इसके अलावा कम वोल्टेज के कारण कंप्रेसर पर जरूरत से ज्यादा लोड पड़ सकता है। इससे एसी खराब हो सकता है। लगातार वोल्टेज घटने तथा बढ़ने से एसी की उम्र घटती है और मरम्मत का खर्च भी बढ़ जाता है। 


कितने रुपये में मिलता है स्टैबलाइजर
आजकल अलग-अलग कंपनियों के स्टैबलाइजर बाजार में उपलब्ध हैं। यदि आपके एसी में इन-बिल्ट स्टैबलाइजर है तो भी आपने अलग से स्टैबलाइजर लगाने से उसकी सुरक्षा दोगुनी हो जाती है। आजकल मार्केट में एसी स्टैबलाइजर 2500 रुपये से लेकर 4 हजार रुपये तक में मिल जाता है। आपको एक अच्छी कंपनी का स्टैबलाइजर लगवाना चाहिए, चाहे इसमें आपको पैसे कुछ ज्यादा खर्च करने पड़ सकते हैं। जब आप एक अच्छी कंपनी का स्टैबलाइजर लगवाते हैं तो आपकी चिंता खत्म हो जाती है। अच्छी कंपनी के स्टैबलाइजर की आयु भी लंबी होती है।