Pahalgam terror attack:पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सख्त, सिंधु जल समझौते पर रोक, वीजा भी रद, पाकिस्तान पर भारत के पांच बड़े कदम
India's five big steps against Pakistan:पहलगाम में हुए कायराना आतंकवादी हमले के बाद भारत बहुत ही सख्त रुख अपना रहा है। इस आतंकी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। इसी कारण भारत सरकार काफी सख्त रुख अपना रही है। ऐसे में अब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े फैसले लिए हैं। यह फैसले 23 अप्रैल शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई सीसीएस की बैठक में लिए गए। इसमें खासतौर पर सिंधु जल समझौते पर रोक तथा पाकिस्तानियों को भारत के लिए वीजा देने पर रोक लगाई गई है।
सीमापार के मुद्दों पर हुई बातचीत
विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बैठक के बाद बताया कि बैठक में सीसीएस ने इस हमले की कड़ी निंदा की और सीमापार से संंबंधित सभी मुद्दों पर बातचीत की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत जल संधि पर तुरंत रोक लगाई गई है। अटारी बॉर्डर को तुरंत बंद करने, पाकिस्तान के नागरिकों को भारत की यात्रा की अनुमति नहीं देने के फैसले लिए गए। इसके अलावा जो पाकिस्तानी इस समय भारत में उनको वापस जाने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है।
बैठक में लिए गए निर्णयों की खास बात
1960 में सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखा गया है। जब तक पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से आतंकवाद के लिए अपना समर्थन नहीं छोड़ देता। अटारी बॉर्डर पर चेक पोस्ट को तुरंत बंद कर दिया गया है। जिन लोगों ने अटारी बाडॅर को वैध समर्थन के साथ पार किया है, वह एक मई से पहले उसी मार्ग से वापस जा सकते हैं।
पाकिस्तान के नागरिकों को भारत की यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। इससे पहले एसवीईएस के तहत वीजा को रद्द माना जाता है। भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानियों को 48 घंटे तक देश छोड़ने का समय दिया गया है।
दिल्ली के पाकिस्तान उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया गया। उनको भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली में पाकिस्तान के राजनयिक की उपस्थिति 55 से घटाकर 30 रखने को भी कहा गया है।
भारत ने अपने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुला लिया है। इसके अलावा न्यायिक प्रक्रिया के तहत भारत कार्रवाई करेगा। उन लोगों की लगातार तलाश की जाएगी, जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया है।