कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ ) के खाता धारकों की बल्ले-बल्ले । ईपीएफओ द्वारा सदस्यों के खातों में 8.25 दर के हिसाब खातों में राशि जमा
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के खाता धारकों की बल्ले-बल्ले हो गई है। ईपीएफओ द्वारा सदस्यों के खातों में ऊंची ब्याज दर 8.25% के हिसाब से उनके खातों में राशि जमा करवा दी है। इस बार यह चार माह पहले किया गया है। हालांकि सरकार द्वारा फिलहाल ईपीएफ की ब्याज दर 7.1 प्रतिशत की गई है, लेकिन ईपीएफओ द्वारा खाते में राशि 8.25 प्रतिशत से जाम करवाई है।
श्रम मंत्रालय के अनुसार, 96.51 प्रतिशत सदस्यों के ईपीएफ खातों में समाप्त वित्त वर्ष के लिए 8.25 प्रतिशत सालाना ब्याज की राशि जमा कर दी गई है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अब तक करीब 4000 करोड़ रुपये का ब्याज ईपीएफ खातों में जमा किया गया है। शेष खातों में भी अगले एक हफ्ते में ब्याज जमा होने की पूरी संभावना है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन हर वर्ष केंद्र सरकार द्वारा घोषित ब्याज दर के अनुसार अपने सदस्यों के खातों में ब्याज की राशि जमा करता है। वित्त मंत्रालय ने 22 मई को 2024-25 के लिए 8.25 प्रतिशत सालाना ब्याज के प्रस्ताव को स्वीकृति दी थी। इसके बाद से ही सदस्यों के खातों में ब्याज जमा करने की प्रक्रिया शुरू हुई और छह जून से वार्षिक खातों का अपडेट कार्य प्रारंभ हुआ।
केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मांडविया के अनुसार, इस वर्ष 13.88 लाख प्रतिष्ठानों में 33.56 करोड़ सदस्यों के खातों को अपडेट किया जाना है। इनमें से आठ जुलाई तक 13.86 लाख प्रतिष्ठानों में 32.39 करोड़ सदस्यों के खातों में सालाना ब्याज की राशि जमा कर दी गई है।
मांडविया ने बताया कि आंकड़ों के अनुसार, अब तक 99.9 प्रतिशत प्रतिष्ठानों और 96.51 प्रतिशत सदस्यों के ईपीएफ खातों में सालाना ब्याज की राशि जमा करने का कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस सप्ताह के भीतर बाकी प्रतिष्ठानों के सालाना अकाउंट अपडेशन का कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा। जबकि पिछले साल दिसंबर माह में ब्याज जाम हुआ था, लेकिन इस बार पहले ही ब्याज जमा करवा दिया है।