आठवां वेतन आयोग नए साल से होगा लागू, बेसिक सैलरी तीन गुना बढ़ाने की उम्मीद, आयोग बनाने की मंजुरी
केंद्र सरकार आठवें वेतन को नए साल 2026 से लागू करने वाली है, वेतन आयोग को जनवरी 2025 को मंजूरी दे दी गई थी, इस बीच सरकार को सुझाव दिया गया कि कर्मचारियों के लेवल को मर्ज किया जाए । साथ ही उम्मीद की जा रही है कि वेतन आयोग 2.86 तक का फिटमेंट फैक्टर लागू करें।
केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी इससे ₹40000 से बढ़कर एक लाख रुपए तक होने वाली है। वहीं अगर सैलरी पेंशन और अलाउंस और रिवाइज किया जाने से 50 लाख से ज्यादा केंद्र सरकार के कर्मचारियों तथा 70 लाख पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा।
वेतन आयोग को जनवरी 2025 में गंठन की मंजूरी मिली
वेतन आयोग का गठन होने के बाद सैलरी और पेंशन में एडजस्टमेंट का आकलन करेगा तथा फीटमेंट फैक्टर और मिनिमम वेज स्टैंडर्ड जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर मंथन होगा।
करोड़ों कर्मचारी और पेंशनर्स आठवें वेतन कमीशन के इंप्लीमेंटेशन का इंतजार कर रहे हैं। कर्मचारियों को उम्मीद है कि इसमें आज की इकोनामिक रियलिटीज के हिसाब से परिवर्तन होने वाले हैं।
जनवरी 16, 2025 को नरेंद्र मोदी और यूनियन कैबिनेट ने 8वे पेंशन आयोग के गठन को मंजूरी दी थी।
परंतु सरकार ने इस समय तक आठवें वेतन आयोग के लिए रेफरेंस की शर्तें प्रकाशित नहीं की है बजट 2025 में टैक्स पेयर्स के लिए कई प्रपोज रखें गए थे, परंतु बजट डॉक्यूमेंट में आठवें वेतन आयोग को लागू करने में केंद्र सरकार को होने वाली लागत का जिक्र नहीं किया गया।
स्टाफ की प्रपोजल्स मर्ज
प्रपोजल और स्टाफ की देने वाले एडवोकेट्स ने सरकार को कई प्रकार के मर्ज करने के सुझाव दिए।
एडवोकेट्स सुझाव में इन लेवल को मर्ज करना शामिल है लेवल 1 को लेवल 2 के साथ लेवल 3 को लेवल 4 के साथ और लेवल 5 को लेवल 6 के साथ यह एडवोकेट्स लोअर पे स्केल वाले कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने और कैरियर ग्रोथ के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए बताए गए हैं।
इस मर्ज का टारगेट
इस मर्जर का टारगेट मौजूद वेतन बढ़ोतरी, असमानताओं को दूर करना और अधिक ट्रांसपेरेंट सैलेरी स्ट्रक्चर बनाना।
वर्तमान में लेवल एक कर्मचारी की मंथली सैलरी 18000 रुपए है तो वही लेवल 2 के कर्मचारियों को 19900 की सैलरी मिल रही है। मर्जर के बाद लेवल एक कर्मचारी को अधिक लाभ मिलेगा क्योंकि नया सैलेरी स्ट्रक्चर इसी प्रकार से शुरू होगा । इसके अलावा आठवीं वेतन आयोग से उम्मीद जताई जा रही है कि यह 2.86 तक का ट्रीटमेंट फैक्टर लागू कर सकता है इससे ऐस्टीमेटेड रिवाइज्ड बेसिक पे 51480 रुपए तक बढ़ जाने का अनुमान लगाया जाता है।