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Diabetes: शुगर रोगियों को मिला रामबाण, केवल एक खुराक में शुगर की बीमारी होगी अब जड़ से खत्म

 

शुगर रोगियों के लिए 'रामबाण इलाज' मिल गया है। टाइप 1 डायबिटीज के सबसे गंभीर रूप से पीड़ित 12 मरीजों को ट्रायल के तौर पर स्टेम सेल आधारित दवा की केवल एक खुराक दी गई थी, उनमें से 10 लोग ठीक हो गए। एक साल बाद, इन 10 रोगियों को अब इंसुलिन की जरूरत नहीं रही। बाकी दो रोगियों को इंसुलिन की बहुत कम खुराक की जरूरत है।

यह ट्रायल भले ही कम लोगों पर किया गया, लेकिन इसके नतीजे उत्सावर्धक हैं। अध्ययन के दौरान विज्ञानियों ने स्टेम सेल को पैंक्रियाज के आइलेट कोशिकाओं के समूह में बदलने के लिए प्रेरित किया। 

आइलेट कोशिकाओं का समूह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। यह अध्ययन न्यू इंग्लैंड जर्नल आफ मेडिसिन ने आनलाइन प्रकाशित किया है। बोस्टन के वर्टेक्स फार्मास्यूटिकल्स द्वारा निर्मित इस दवा का नाम जिमिस्लेसेल है। कंपनी ने अभी दवा की कीमत नहीं बताई है। इसे अभी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) से मंजूरी मिलनी बाकी है। 

यह सफलता 25 साल से भी चल रहे प्रयासों का परिणाम है जब हार्वर्ड के शोधकर्ता डग मेल्टन ने टाइप 1 डायबिटीज का इलाज खोजने का संकल्प लिया था। उनके 6 महीने के बेटे को यह बीमारी हो गई और फिर उनकी बेटी को भी यह बीमारी हो गई। उनका जुनून उन्हें और दूसरे मरीजों की मदद करने का तरीका खोजना था। 

स्टेम कोशिकाओं को आइलेट कोशिकाओं में बदलने के लिए सही रासायनिक काकटेल खोजने में मेल्टन और लगभग 15 लोगों की टीम को 20 साल परिश्रम करना पड़ा। अनुमान है इस शोध पर हार्वर्ड और अन्य ने पांच करोड़ डालर खर्च किए। वर्टेक्स के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के पास केवल उस जनसंख्या का डाटा है जिसका उसने अध्ययन किया था।