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Garlic Rate: मंदसौर मंडी में सफेद सोने की आवक में गिरावट, लहसुन मंडी स्थापित करने की मांग बढ़ी 

मंदसौर मंडी में सफेद सोने की आवक में गिरावट, लहसुन मंडी स्थापित करने की मांग बढ़ी 
 

Garlic Price Update आदर्श मंडियों में साल दर साल आवक बढ़ रही है, लेकिन समस्या यह है कि किराना और अन्य जिंस की आवक लहसुन की आवक के कारण कम हो रही है। सफेद सोने की चमक में अन्य जिन्स की चमक के साथ व्यापार घट रहा है। इसी साल 51 लाख 79 हजार से ज्यादा बोरी की उपज निकली।

 इसमें लहसुनिया की सबसे अधिक जानकारी है। लहसुन की हल्दी आवक के कारण लहसुन की अलग से मंडी स्थापित करने की मांग बढ़ रही है। जिले में सबसे ज्यादा राजस्व को देने वाली मंडियों में पिछले साल से अब तक 2.46 प्रतिशत की गिरावट आई है।

आदर्श मंडी कही जाने मंडी वाली में लहसुन की भारी आवक होती है। हर सीजन में उपकरण से लेकर किसान लहसुन लेकर यहां आते हैं। दम गत वर्ष अच्छा था इस बार तेजी से दम कम हो गया है। दूसरी तरफ लहसुन की बाप अवाक का असर अन्य जिंस के व्यापार पर पड़ रहा है। पिछले तीन सालों से किराना व मसाला जिंस की आवक लगातार कम हो रही है।

लहसुन मंडी स्थापित करने की उन्नत मांग

लहसुन की आवक को देखते हुए अलग से मंडी की मांग की बहाली लगी है। इसके लिए पेपर्स में प्रपोजल भी बने। अन्य जिंस के पोर्टफोलियो व्यापार को फिर से से ऑक्सीजन देने के लिए लहसुन के लिए अलग मंडी स्थापित करने की मांग तेजी से हो रही है। वर्तमान में लहसुन लेकर आने वाले किसानों की मंडी में तीन से चार दिन तक महंत की जबरदस्ती हो गई है। इससे उनकी परेशानी भी है।

कृषि उपज मंडी में इस साल की सबसे अधिक आवक लहसुन की रही। हालांकि पिछले साल की तुलना में मंडी में होने वाली अवधि में 2.46 प्रतिशत की कमी आई है। वर्ष 2023-24 में जहां 53 लाख 10 हजार 107 बोरी की आवक हुई थी। वहीं इसी बार 51 लाख 79 हजार 303 बोरी की आवक हुई है। 

लहसुन की 16 लाख 10 हजार 355, सोयाबीन की 9 लाख 94 हजार 169, प्याज की 10 लाख 83 हजार 620, गणित की 1 लाख 49 हजार 866, अलसी की 2 लाख 32 हजार 753, प्याज की 5 लाख 48 हजार 886 तो मई 1 लाख 37 हजार 471 समेत विभिन्न जिन्स की आवक हुई है।