सोयाबीन के रेट में भारी गिरावट, मंडी भाव एमएसपी से भी नीचे
सोयाबीन के गिरे रेट से किसानों को मायूसी छाई हुई है। मध्यप्रदेश में सोयाबीन उत्पादक किसानों को केंद्र सरकार द्वारा निधारित सर्मथन मूल्य से भी कम मंडी में भाव मिल रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नैफेड) द्वारा मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के अंतर्गत देश के शीर्ष उत्पादक राज्यों में किसानों से 2024-25 के खरीफ मार्केटिंग सीजन के दौरान लगभग 14.72 लाख टन सोयाबीन की रेकॉर्ड खरीद की गई
मगर फिर भी इस महत्वपूर्ण तिलहन का थोक मंडी भाव केन्द्रीय सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4892 रुपए प्रति क्विंटल से काफी नीचे 3850 से 4425 रुपए रहा। घटे भाव पर मांग से सोयाबीन तेल में सुधार आया।
तिलहन : सरसों निमाड़ी (बारीक) 6500 से 6700, रायडा 5600 से 5800, सोयाबीन 3920 से 4425 रुपए क्विंटल। सोयाबीन डीओसी स्पॉट 32000 रुपए टन।
प्लांटों के सोयाबीन भाव
धानुका नीमच 4565, एवी एग्रो उज्जैन 4550, बैतूल ऑइल 4600, मित्तल देवास 4490, एम. एस नीमच 4525, प्रकाश पीथमपुर 4465, खंडवा ऑइल 4500 रुपए।
खाद्य तेलों की थोक कीमतें
लूज तेल (प्रति दस किलो) : इंदौर मूंगफली तेल 1310 से 1330, मुंबई मूंगफली तेल 1340, इंदौर सोयाबीन रिफाइंड 1250 से 1255, इंदौर सोयाबीन साल्वेंट 1185 से 1190, मुंबई सोया रिफाइंड 1280 से 1285, मुंबई पाम तेल 1285, इंदौर पाम 1350, राजकोट तेलिया 2090, गुजरात लूज 1290, कपास्या तेल इंदौर 1240 रुपए।
कपास्या खली ( 60 किलो भरती) बिना टेक्स भाव - इंदौर 2240, देवास 2240, उज्जैन 2240, खंडवा 2215 बुरहानपुर 2215, अकोला 3050 रुपए।