दिल्ली-जयपुर हाईवे पर 12 लेन का बूथलेस टोल प्लाजा बनेगा
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर पचगांव इलाके में 12 लेन का बूथलेस टोल प्लाजा बनाने का रास्ता साफ हो गया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) एवं भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (आइएचएमसीएल) की संयुक्त टीम ने मंगलवार को मौके का निरीक्षण कर महसूस किया कि बूथ आधारित टोल प्लाजा सही नहीं रहेगा। बूथ आधारित टोल प्लाजा बनाने पर कुछ साल में फिर से ट्रैफिक का दबाव बढ़ जाएगा।
बूथलेस टोल प्लाजा बनाने का निर्णय लेने के साथ ही एनएचएआइ एवं आइएचएमसीएल ने अपना-अपना एस्टीमेट तैयार करना शुरू कर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि दोनों इस सप्ताह के भीतर एस्टीमेट तैयार कर लेंगे। सिविल वर्क यानी टोल विल्डिंग बनाने काम एनएचएआइ करेगा, जबकि आटोमैटिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम विकसित करने का काम आइएचएमसीएल करेगी।
कई साल से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर खेड़कीदैला में टोल प्लाजा को हटाने की मांग चल रही है। अब इस मांग के अनुरूप जल्द ही जमीनी स्तर पर काम शुरू होगा। इसे हटाकर दिल्ली-जयपुर हाईवे पर पचगांव इलाके में केएमपी एक्सप्रेसवे से पहले टोल प्लाजा बनाने कर रास्ता हर स्तर पर साफ हो गया है।
एचएसआइआइडीसी द्वारा एनएचएआइ को उपलब्ध कराई गई 28 एकड़ भूमि पर फिलहाल 12 लेन का बूथलेस टोल प्लाजा बनाया जाएगा। आगे आवश्यकता पड़ने पर लेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। वैसे अगले कुछ साल के भीतर दिल्ली से अलवर के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कारिडोर विकसित होना है। उम्मीद की जा रही है कि इसके विकसित होने से हाईवे पर कारों का दवाव कम होगा।
टोल प्लाजा के नजदीक ही कारिडोर का जंक्शन बनाया जाना प्रस्तावित है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि अगले कई वर्षों तक टोल प्लाजा में लेनों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। ऐसा होने की स्थिति में यहां से गुजरने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
छह महीने के भीतर टोल प्लाजा बनाने का लक्ष्य पचगांव इलाके में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर अगले छह महीने के भीतर टोल प्लाजा बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस सप्ताह के भीतर एनएचएआइ एवं आइएचएमसीएल द्वारा एस्टीमेट तैयार किए जाने के साथ ही आगे की प्रक्रिया तेज कर दी जाएगी। वर्तमान में खेड़कीदौला टोल प्लाजा एनएचएआइ के परियोजना निदेशक द्वारका के अधीन है।
टोल प्लाजा से आगे दिल्ली जयपुर हाईवे के रेवाड़ी-राजस्थान सीमा तक का भाग एनएचएआइ के परियोजना निदेशक रेवाड़ी के अधीनहै। ऐसे में पचगांव इलाके में टोल प्लाजा बनाने से लेकर संचालन की जिम्मेदारी एनएचएआइ के परियोजना निदेशक रेवाड़ी को सौंपने की प्रक्रिया पूरी करना भी आवश्यक है।
बता दें कि दिल्ली-जयपुर हाईवे का धौलाकुआं से लेकर खेड़कीदौला टोल प्लाजा तक का हिस्सा दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे कहलाता है। इस भाग पर नजर रखने की जिम्मेदारी एनएचएआइ के परियोजना निदेशक द्वारका (दिल्ली) की है। इस पर कार्य कराए जाने की जरूरत है।