कलेक्टर ने विभागों के बीच आपसी समन्वय पर जोर दिया विभाग प्रमुखों की बैठक संपन्न
रतलाम 12 मई (इ खबरटुडे)।कलेक्टर डा.संजय गोयल ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के बीच आपसी समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने तल्ख अंदाज में कहा कि इस समन्वय के अभाव में आवश्यक कार्यवाही लम्बित रखी जाना खेदजनक है।
डा.गोयल आज यहां विभाग प्रमुखों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मामलों में अन्तर्विभागीय समन्वय नितांत आवश्यक है जो एक से अधिक विभागों से संबंधित हैं। कलेक्टर ने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे आपसी समझ से ऐसे मामलों का निराकरण करें। बाद में किसी अन्य विभाग पर कार्य न होने की जिम्मेदारी डालना अस्वीकार्य होगा। बैठक में डा.गोयल ने ई-पंचायत भवनों के निर्माण के बारे में सीईओ जिला पंचायत श्री अर्जुनसिंह डावर से प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने इस कार्य की समीक्षा किए जाने के निर्देश भी दिए। इसी प्रकार मनरेगा से तैयार होने वाले खेल मैदानों के बारे में भी सीईओ से पहल करने की अपेक्षा की गई। सड़क निर्माण में ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के मामले में आयुक्त नगर निगम से कलेक्टर ने रिपोर्ट तलब की।कलेक्टर ने ऋणात्मक जीपीएफ खातों के मामले में कोषालय अधिकारी श्री अरविन्द कुमार गुप्ता से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कार्यवाही पर कोर्ट से स्टे होने के मामले में मौन रह जाने की बजाय अपील की जाना श्रेयस्कर होगा। नगर निगम एवं जल संसाधन विभाग के बीच किसी भी प्रकार के विवाद के चलते नागरिकों को पानी नहीं मिलने की स्थिति में कलेक्टर ने कहा कि यह स्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आयुक्त नगर निगम तथा कार्यपालन यंत्री जल संसाधन से साथ बैठकर समस्या को निपटाने की पहल के निर्देश दिए।
कलेक्टर डा.गोयल ने परियोजना क्रियान्वयन इकाई को सौंपे गए कार्यों की समीक्षा की जरूरत बताई।उन्होंने इस बारे में एसडीओ पीडब्ल्यूडी श्री माली को जरूरी निर्देश दिए।बैठक में कलेक्टर ने समर्थन मूल्य खरीदी के बारे में भी जानकारी ली तथा खाद्य परिवहन का ब्यौरा तलब किया। उन्होंने आपदा प्रभावितों के अल्पकालीन ऋण को मध्यकालीन ऋण में बदलने की कार्यवाही के बारे में सहकारिता विभाग के अधिकारियों से जानकारी मांगी।उन्होंने फसल बीमा के बारे में भी ब्यौरा तलब किया।डा.गोयल ने जानना चाहा कि किस-किस सीजन में फसलों को कितना नुकसान हुआ और प्राप्त राशि का किसानों को वितरण किया गया अथवा नहीं। उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूल चले हम अभियान में मजदूरों के बच्चों को भी जोड़ा जाना चाहिए। इस मसले पर हुई चर्चा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि र्इंट-भट्टे पर निवासरत बच्चे आबादी के सर्वे में निश्चित रूप से छूट जाएंगे। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि स्कूल चले हम अभियान में बाल श्रमिकों की उपेक्षा का मामला सामने आने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। र्इंट-भट्टों के अलावा खेतों में काम कर रहे मजदूरों, हाईवे पर लगे मजदूरों एवं अन्य निर्माण स्थलों पर कार्यरत श्रमिकों के बच्चों की उपेक्षा को बेहद गंभीरता से लिया जाएगा। इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी जे.के.शर्मा और श्रम पदाधिकारी को आवश्यक योजना तैयार करने एवं उस पर अमल सुनिश्चित करने को कहा गया। सीईओ जिला पंचायत को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई।
बैठक में कलेक्टर डा.गोयल ने खाद एवं बीज स्टॉक,बिक्री और गुणवत्ता की निरन्तर जांच सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला आपूर्ति अधिकारी के.एस.ब्रााहृणे को निर्देश दिए कि वे उचित मूल्य दुकानों की नियमित रूप से जांच कराने के साथ-साथ गैस ऐजेंसियों और पेट्रोलपंपों की भी जांच कराएं। बैठक में मुख्यमंत्री हेल्पलाईन से संबंधित प्रकरणों की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने आगाह किया कि इस बारे में मुख्यमंत्री का रवैया बेहद गंभीर है और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कई विभागों के लम्बित प्रकरणों का उल्लेख करते हुए कहा कि लेबिल-4 के प्रकरणों का पूरी गंभीरता से निराकरण सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने सभी एसडीएम और विभाग प्रमुखों को इस संबंध में सचेत किया। आयुक्त नगर निगम सोमनाथ झारिया को निर्देश दिए गए कि नियमानुसार अतिक्रमण हटाए जाने की कार्यवाही की जाए। इस कार्यवाही में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ फौरन पुलिस प्रकरण दर्ज कराए जाने चाहिए। बैठक में समाधान ऑनलाईन पर भी चर्चा हुई।
बैठक के दौरान सीईओ जिला पंचायत अर्जुनसिंह डाबर,संयुक्त कलेक्टर विनय कुमार धोका, एस.के.मिश्रा व आर.के.नागराज,एसडीएम रतलाम श्री सुनील कुमार झा,एसडीएम सैलाना के.सी. जैन एवं समस्त विभाग प्रमुख मौजूद थे।