November 23, 2024

Farmer demontration:भारत बंद के चलते यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर रोका गया ट्रैफिक,दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे जाम

नई दिल्ली,27 सितंबर (इ खबर टुडे)। आज भारत बंद है। संयुक्त किसान मोर्चा ने नए कृषि कानूनों के एक साल पूरा होने पर इस बंद को बुलाया है। किसान संगठन चाहते हैं कि सरकार तीन नए कृषि कानूनों को तुरंत वापस ले। पिछले साल देश के कई राज्यों में इस नए कानून के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। आज किसान आंदोलन को 300 दिन भी पूरे हो रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चे में कुल 40 किसान संगठन शामिल हैं। इसके अलावा कई राजनीति पार्टियों ने भी इस बंद का समर्थन किया है।

10 घंटे का ये बंद आज सुबह 6 बजे से शुरू हो गया है। कई राज्यों में पुलिस ने किसान संगठनों के इस बंद को देखते हुए व्यापक सुरक्षा इंतज़ाम किए हैं।दिल्‍ली पुलिस ने भारत बंद को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है। इसके अलावा पुलिस उपायुक्त दीपक यादव ने कहा कि भारत बंद के मद्देनजर एहतियात के तौर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। शहर की सीमाओं पर तीन विरोध प्रदर्शन स्थलों से किसी भी प्रदर्शनकारी को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

हरियाणा में शाहबाद के पास दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे को किसानों ने जाम कर दिया है 10 घंटे का भारत बंद आज सुबह 6 बजे से शुरू हो गया है। संयुक्त किसान मोर्चा का आज ‘भारत बंद’, दिल्‍ली ट्रैफिक पुलिस ने UP-गाजीपुर बॉर्डर को लेकर जारी किया अलर्ट।

तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, केरल, पंजाब, झारखंड और आंध्र प्रदेश की राज्य सरकारों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी जैसी वामपंथी पार्टियों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है।

भारत बंद का असर बिहार की राजधानी पटना और आरा में थोड़ा बहुत दिख रहा है। यहां RJD के नेता सड़कों में प्रदर्शन कर रहे हैं। गांधी सेतु जाम हो गया है।

भारत बंद के दौरान दिल्ली की सीमा पर गाज़ीपुर में ट्रैफिक को रोक दिया गया है। किसान संगठन यहां प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली-हरियाणा सीमा के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया गया है।

संयुक्त किसान मोर्चा ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए हड़ताल के दौरान शांति का आह्वान किया है और देश के सभी नागरिकों से भारत बंद में शामिल होने की अपील की है। अस्पताल, मेडिकल स्टोर, राहत और बचाव कार्य सहित सभी आपातकालीन प्रतिष्ठानों और आवश्यक सेवाओं और व्यक्तिगत आपात स्थितियों में भाग लेने वाले लोगों को छूट दी जाएगी।

संयुक्त किसान मोर्चे के मुताबिक इस दौरान देश भर में सभी सरकारी और निजी कार्यालय, शैक्षणिक और अन्य संस्थान, दुकानें, उद्योग और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान के साथ-साथ सार्वजनिक कार्यक्रम और कार्यक्रम बंद रहेंगे। संगठन ने कहा कि भारत बंद शांतिपूर्ण होगा और किसान ये सुनिश्चित करेंगे कि जनता को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े।

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