सुबह-शाम गाय-भैंस को खिलाएं यह चीज, दूध की भरेंगी बाल्टियां

भारत वर्ष की 80 प्रतिशत आबादी खेती पर निर्भर करती है। जो लोग खेती करते हैं, वह साथ-साथ पशुपालन का काम भी करते हैं। ऐसे में यदि आप अपने मवेशियों का पूरा ध्यान रखते हैं और उनको संतुलित चारा खिलाते हैं तो वह भरपूर दूध देंगी। इससे आपकी आय भी बढ़ेगी और खूब दूध पी सकेंगे।
गुजरात की बात करें तो यहां गर्मियों के कारण पशु कम दूध देने लगते हैं। दूध का उत्पादन घटने के कारण किसानों को काफी नुकसान होता है। खेतीबाड़ी के साथ-साथ यह लोग पशुओं का दूध बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं। इसलिए यदि गर्मियों में पशु कम दूध देना शुरू करते हैं तो उनकी आय कम हो जाती है। इसलिए अपने पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए उनकी देखभाल व समय पर संतुलित आहार डालना जरूरी है। हम आपको बताते हैं पशुओं का दूध बढ़ाने के तरीके।
दाना, हरा व सूख चारा
यदि आप अपने पशुओं की दूध की मात्रा बढ़ाना चाहते हैं तो अपने पशुओं को सही आहार देना जरूरी है। इसमें उन्हें समय के अनुसार दाना, हरा चारा और इसके अलावा सूखा चारा भी खिलाना जरूरी है ताकि उनके शरीर में सभी प्रकार के पोषक तत्वों की उपलब्धता होनी चाहिए। पशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बलवंत के अनुसार सुबह-शाम पशुओं को 40-50 ग्राम मिनरल पाउडर भी देना जरूरी है ताकि उनमें किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहे। डॉ. बलवंत ने बताया कि पशुओं के वजन के अनुसार उन्हें खुराक देनी चाहिए। पशु के वजन के अनुसार एक से डेढ़ किलोग्राम तक उनको दाना खिलाया जा सकता है। गाय के हर लीटर दूध के अनुसार उसे 400 ग्राम और भैंस को अतिरिक्त 500 ग्राम दाना खिलाया जाना चाहिए।
साफ और सूखी घास जरूरी
गाय व भैंस के दूध में यदि आपको फैट बढ़ानी हैं तो उनको सूखी घास भी खिलानी होगी। इसके अलावा इस बात का ध्यान रखा जाए कि यह घास साफ और सुथरी होनी चाहिए। यदि इस घास में सफाई नहीं होगी तो इसका विपरीत असर पशुओं के दूध देने की क्षमता पर पड़ सकता है। इसके अलावा पशुओं का दूध निकालते समय पशुओं को सोडियम बाइकार्बोनेट और मैग्नीशियम ऑक्साइड जैसे मिश्रण भी देने जरूरी हैं। बिनौला या सोयाबीन का छिल्लर खिलाने से पशुओं के दूध में वासा की मात्रा बढ़ती है। पशुओं को खुली और हवादार जगह पर रखना चाहिए। समय-समय पर इनका टीकाकरण भी जरूरी है। पशुओं के नीचे गीला नहीं होना चाहिए। इसके सुखाने का इंतजाम रखना चाहिए।