कोरोना संक्रमण हुआ भयावह : भोपाल में श्मशान घाट पर एक एंबुलेंस में भरकर लाए जा रहे आठ से नौ शव
भोपाल,06 अप्रैल (इ खबरटुडे)। कोरोना संक्रमण से मौत का एक भयावह चेहरा सोमवार को सामने आया, जब राजधानी में 14 पॉजिटिव मरीजों के शव भदभदा विश्राम घाट पर पहुंचे। इनमें से नौ शव भोपाल के थे। इनकी मौत अस्पतालों में कोरोना संक्रमण की वजह से हुई। इन शवों को अमानवीय ढंग से प्लास्टिक के बैग में भरकर भेजा गया था। एक ही एंबुलेंस में आठ से नौ शव भरे हुए थे।
यह मंजर देखकर परिजनों का कलेजा दहल गया। कुछ परिजनों ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव होना इतना बड़ा अभिशाप हो गया कि इस तरह से मृत शरीर के साथ भी मानवीयता नहीं बरती जा रही है। हैरत तो तब हुई जब पीपीई किट पहने हुए कर्मचारी ने शव का अंतिम संस्कार करने के बाद पीपीई किट को कचरे के डिब्बे में डालने की जगह ऐसे ही फेंक दिया। यह नजारा सिर्फ सोमवार को ही नहीं दिखा, बल्कि पिछले कई दिनों से ऐसे ही हालात हैं। इसके चलते पीपीई किट का ढेर श्मशान घाट में लगा हुआ था। शिकायत के बाद देर शाम यह सारी पीपीई किट उठवा ली गई।
झदा कब्रस्तान में पिछले एक सप्ताह में आए 15 शव, मिट्टी पड़ी कम
झदा कब्रस्तान के अध्यक्ष रेहान अहमद गोल्डन ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की अस्पताल में मौत की संख्या में इजाफा हो गया है। यही कारण है कि हर दिन झदा कब्रस्तान में औसतन तीन पॉजिटिव के शव आते हैं। इन्हें प्लास्टिक के बैग सहित ही दफनाया जाता है। इस तरह एक सप्ताह में करीब 15 शव आ चुके हैं।
उन्होंने बताया कि 28 मार्च को चार, 29 मार्च को दो, दो अप्रैल को दो, तीन अप्रैल को तीन, चार अप्रैल को पांच और पांच अप्रैल को तीन पॉजिटिव मरीजों के शव आए हैं। इन शवों पर डालने के लिए मिट्टी कम पड़ गई है, क्योकि यहां की जमीन पथरीली है, इसलिए जिला प्रशासन से मिट्टी उपलब्ध कराने की गुजारिश पूर्व में की गई थी, जो कि आज तक पूरी नहीं हो पाई है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के शव की संख्या बढ़ने के चलते अब आठ से 10 अतिरिक्त गड्ढे कर रखे जा रहे हैं।