चार घण्टे में ढोलावड के सभी गेट खुले,पानी की आवक लगातार जारी(देखिए लाइव विडीयो)
रतलाम,16 सितम्बर (इ खबरटुडे)। जिले भर में हो रही तेज बारिश के चलते अब ढोलावाड डैम के सभी छहो गेट खोल दिए गए है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। तेज बारिश का नतीजा है कि चार घण्टों के भीतर बान्ध के सभी गेट खोलना पडे हैं।
जिले में सर्वाधिक वर्षा बाजना इलाके में हुई है। बीते चौबीस घण्टों में बाजना में दस इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इसका सीधा असर ढोलावाड बान्ध के जलभराव पर पडा। अधिकारिक जानकारी के अनुसार,बान्ध का जलस्तर 395 मीटर से अधिक होने पर इसके गेट खोले जाने का प्रोटोकाल बनाया गया है। बान्ध में 395 मीटर का जल स्तर मेन्टेन रखा जाता है।
लगातार हुई तेज बारिश के कारण जब जल स्तर तेजी से बढने लगा तो अधिकारियों ने सुबह 10.15 पर बान्ध का एक गेट खोलने का निर्णय लिया। इसके बावजूद बान्ध में जल भराव तेज गति से बढता रहा। इसे देखते हुए एक ही घण्टे के बाद दोपहर 11.15 पर बान्ध का दूसरा गेट भी खोल दिया गया। लेकिन इसके बाद भी तेज बहाव जारी रहा और दोपहर दो बजने तक बान्ध के सभी छहो गेट खोल दिए गए हैैं।
किसी भी बान्ध के गेट खोले जाने पर पानी की विकरालता के भव्य दृश्य निर्मित होते है,जिन्हे देखना एक विलक्षण अनुभव होता है। इसी तरह के विलक्षण दृश्य शनिवार को ढोलावाड बान्ध पर बन रहे है,जिन्हे प्रत्यक्ष देखना अद्भुत अनुभव है।
उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग के एसडीओ बीएस अवासिया और इंजीनियर बसन्त चहान्दे लगातार ढोलावाड डबान्ध पर डेरा जमाए हुए है और बान्ध के जलस्तर पर लगातार नजरें बनाए हुए है। श्री चहान्दे ने इ खबरटुडे को बताया कि बान्ध का जलस्तर 395 मीटर पर मेन्टेन रखा जाता है। इसके अधिक लेबल बढने पर बहाव को देखते हुए गेट खोलने का निर्णय लिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि पूरे वर्षाकाल में ढोलावाड बान्ध 395 मीटर के जलस्तर तक नहीं पंहुच पाया था। जिसकी वजह से रतलाम की पेयजल आपूर्ति को लेकर चिन्ताएं बढ रही थी। लेकिन पिछले चौबीस घण्टों की बारिश ने इस चिन्ता को दूर कर दिया है और इस सीजन में पहली बार बान्ध के गेट खोले गए है और पहली ही बार में बान्ध के सभी गेट खोल दिए गए है।