स्टेट बैंक एटीएम से निकले नकली नोट
पुलिस ने दर्ज किया आपराधिक प्रकरण ,जांच शुरु
रतलाम,9 फरवरी(इ खबरटुडे)। पांच सौ के नकली नोटों की समस्या दिन ब दिन बढतीजा रही है। आम आदमी के पास नकली नोट आने पर उसे दुनियाभर की समस्याओं का सामना करना पडता है और बैंक वाले बेहिचक नकली नोट फाड देते है। लेकिन अब बैंक के ही एटीएम से नकली नोट निकलने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के विरुध्द आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।
यह वाकया ग्राम अमलेठा निवासी लोकेन्द्र पिता नाथूलाल पाटीदार के साथ पेश आया। लोकेन्द्र पाटीदार के अधिवक्ता एसएन जोशी ने बताया कि लोकेन्द्र ने शनिवार दोपहर कलेक्टोरेट परिसर में स्थित स्टेट बैंक आफ इण्डिया के एटीएम से पन्द्रह हजार रु.निकाले थे। एटीएम से उसे पांच पांच सौ के उन्तीस तथा सौ के पांच नोट मिले थे। ये राशि लेकर लोकेन्द्र एक अन्य व्यवसायी राजेश पाटीदार को उसकी बकाया राशि लौटाने गया। जब राजेश पाटीदार ने ये रुपए देखे तो उसे कुछ शक हुआ और उसने अपने स्तर पर नोटों का परीक्षण कर बीस नोटों को नकली करार दिया।
नकली बताए गए नोटों की जांच कराने के लिए आज लोकेन्द्र पाटीदार अपने अधिवक्ता एसएन जोशी के साथ स्टेट बैंक की औद्योगिक क्षेत्र शाखा पंहुचा और नोटों की जांच करवाई। बैंक में जांच के दौरान सभी बीस नोट नकली पाए गए।
इस पर लोकेन्द्र पाटीदार ने एसपी डॉ आशीष के पास पंहुचकर पूरी घटना बताई और लिखित शिकायत प्रस्तुत की। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए। पुलिस थाना स्टेशनरोड पर लोकेन्द्र की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरुध्द भादवि की धारा ४८९ (क) के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बैंक पंहुचे किसी व्यक्ति के पास से यदि नकली नोट पाया जाता है,तो आमतौर पर बैंककर्मी उस व्यक्ति के साथ अपराधी जैसा व्यवहार करने लगते है और नकली नोट को फौरन नष्ट कर दिया जाता है। इस वजह से आम लोगों को आर्थिक नुकसान भी झेलना पडता है। लेकिन एटीएम में से नकली नोट निकलने का मामला सीधे सीधे बैंक प्रबन्धन की लापरवाही को उजागर करता है। इस मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज होने से इस मामले से जुडे बैंककर्मियों की मुसीबतें बढ सकती है।