विवेकानंद जयंती पर जन अभियान परिषद् की कार्यशाला संपन्न, छात्रों को डिग्री का वितरण किया
रतलाम,12 जनवरी (इ खबरटुडे)। म.प्र. जन अभियान परिषद जिला रतलाम द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की 158 वी जयंती युवा दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया । कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद जी दर्शन, सिद्धांत , अलौकिक विचार, और उनके आदर्शो तथा आत्मनिर्भर भारत पर अतिथियों के द्वारा विचार रखे गये। साथ ही रतलाम जिलें में कोरोना काल के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले मैं कोरोना वॉलेटियर्स अभियान से जुडे समाजसेवियों का सम्मान किया गया, तथा मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व पाठयक्रम के छात्रों को डिग्री वितरण कि गयी। सभी प्रतिभागितयों को संभावित तीसरी लहर और वेक्सीनेशन के संबध प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महर्षि पंतजलि संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष भरत बैरागी (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त), मुख्य वक्ता एमआईडीएच कमेठी भारत सरकार के सदस्य श्री अशोक पाटीदार, अध्यक्षता सेवानिवृत नायक भारतीय सेना श्री कैलाश निनामा, विशेष अतिथि समाजसेवी गोंविद काकानी, राष्ट्रीय अध्यक्ष सेवा प्रतिष्ठान मोहनलाल मुरलीवाला, सेवा भारती पूर्ण कालिका पार्थसारथी, एडवोकेट समाज सेवी सुनीता छाजेड, पंतजलि युवा भारत राज्य प्रभारी प्रेमरामपुनिया, उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महर्षि पंतजलि संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष भरत बैरागी (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त) ने कहा कि स्वामी जी ने कहा था कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कि कल्पना स्वामी जी आज से 125 वर्ष पूर्व कि थी जो कि वर्तमान में साकार होती दिख रही है भारत का युवा स्वामी जी सपने को पूरा करने के लिये संकल्पित होकर आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिये कार्य करें। रतलाम सोना, साडी, सेव के लिये तो प्रसिद्व है आज इस कार्यक्रम समाजसेवियों के कार्य को देखकर लगाता है कि सेवा भी रतलाम की पहचान के साथ जुड गया है।
मुख्य वक्ता एमआईडीएच कमेठी भारत सरकार के सदस्य अशोक पाटीदार ने बताया भारत को समझना है तो रामकृष्ण परमहंस को समझना होगा, रामकृष्ण परमहंस को समझने के लिये स्वामी विवेकानंद को पढना होगा, युवा जागृत रहकर राष्ट्र निर्माण के लिये काम करें, चरित्रवान युवा ही भारत को विश्वगुरू बना सकता है।
सेवानिवृत नायक भारतीय सेना कैलाश निनामा कहते हैं राष्ट्रीय युवा दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को ये बताना है कि जिस तरह से स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन में सफलता हासिल की, ठीक उसी तरह उनके विचारों को अपनाकर युवा पीढ़ी भी सफलता हासिल करे। सेवा भारती के पूर्णकालिक पार्थसारथी कि कहा कि स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों से देशभर के युवा प्रोत्साहित हो सकते हैं। स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपनाकर युवा पीढ़ी भी सफलता हासिल कर सकती है।
विशेष अतिथि समाजसेवी गोंविद काकानी ने बताया कि यह जीवन अल्पकालीन है, संसार की विलासिता क्षणिक है, लेकिन जो दूसरों के लिए जीते हैं, वे वास्तव में जीते हैं, उन्होने सभी से आग्रह किया कि सभी हर तरह के संकट के लिये तैयार रहे। पंतजलि युवा भारत राज्य प्रभारी प्रेमरामपुनिया ने आव्हान किया कि पंतजलि द्वारा भारत में 75 करोड सूर्य नमस्कार का अभियान चलाया जा रहा है हर युवा इस अभियान से जुडकर अभियान को सफल बनाये।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सेवा प्रतिष्ठान मोहनलाल मुरलीवाला ने बताया कि जिस तरह से विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न धाराएं अपना जल समुद्र में मिला देती हैं, उसी प्रकार मनुष्य द्वारा चुना सतमार्ग भगवान तक जाता है। एडवोकेट समाज सेवी सुनीता छाजेड चरित्रवान विवेकवान युवा राष्ट्र का निर्माण करेगा और भारत का विश्व गुरू सपना चरित्रारार्थ करेगा।
अतिथि परिचय व कार्ययोजना रत्नेश विजयवर्गीय ने, रूपरेखा विकासखण्ड समन्वयक रतनलाल चरपोटा के द्वारा रखी गयी, कार्यक्रम का संचालन लोकेश शर्मा भुतेडा के द्वारा किया गया आभार युवराज सिंह पंवार के द्वारा व्यक्त किया गया। अतिथि स्वागत विकासखण्ड समन्वयक शैलेन्द्र सिेंह सोलंकी व निर्मल अमलियार के द्वारा किया गया, कार्यक्रम में पंतजलि के विशाल वर्मा द्वारा सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया गया, कार्यक्रम सीएमसीएलडीपी मेंटर्स, छात्र, प्रस्फुटन समिति सदस्य, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिभागी, समाज सेवी म.प्र.जन अभियान परिषद के विकासखण्ड समन्वयक आदि उपस्थित रहे।