March 29, 2024

किसान आंदोलन में हिंसक झड़प, सरदारपुर में किसानों की 6 बाइक फूंकी, 11 घायल

मालवा-निमाड़,02जून(इ खबरटुडे)। अंचल में दूसरे दिन शुक्रवार को भी किसानों का आंदोलन जारी रहा। कुछ स्थानों पर हिंसक झड़प भी हुई। धार के सरदारपुर में किसानों की 6 बाइक कुछ लोगों ने फूंक दी। मारपीट में 11 लोग घायल हो गए। जहां भी दूध विक्रेता दिखे, पकड़कर दूध बहा दिया गया और सब्जियां भी फेंक दी। इधर, आपूर्ति नहीं होने से दूध और सब्जियों की कालाबाजारी होने लगी है।

बंद रहा सरदारपुर
सरदारपुर में आंदोलन के तहत शुक्रवार को दुकान बंद कराने पहुंचे किसानों और व्यापारियों में झड़प से शुरू हुआ विवाद मारपीट तक जा पहुंचा। इसमें 11 लोग घायल हो गए। कुछ लोगों ने किसानों की छह बाइक में आग लगा दी। सरदारपुर पूर्ण रूप से बंद रहा। किसान यूनियन ने ज्ञापन सौंपकर मारपीट करने वालों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करने की बात कही जबकि एक व्यापारी ने अपनी दुकान के गल्ले और घर से नकदी चोरी होने का आरोप लगाया है।

दस दिनी हड़ताल उग्र हो गई
मंदसौर में किसानों की दस दिनी हड़ताल शुक्रवार को उग्र हो गई। भारत किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने थोक सब्जी मंडी में सब्जियां लेकर आ रहे किसानों की सब्जियों को सड़कों पर ही फेंक दिया। लगभग 100 किलो से अधिक सब्जी बरबाद कर दी गई। वहीं जहां भी दूध विक्रेता दिखे पकड़कर दूध बहा दिया गया। दुकानों में भी जबरन घुसकर दूध बहाया गया।

जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन कही नहीं दिखा। जो हड़ताल में शामिल नहीं होना चाहते हैं उनके साथ हो रही जर्बदस्ती देखने वाला कोई नहीं था। हालांकि एसपी ओपी त्रिपाठी ने कहा कि सभी थाना प्रभारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि जो स्वैच्छा से हड़ताल में शामिल हैं, वो तो ठीक है पर किसानों पर जबरन दबाव बनाने वालों और सब्जियां फेकने व दूध बहाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

शादियों पर भी संकट के बादल
शाजापुर में आसपास के करीब 75 गांव से शहर में 4 से 6 हजार लीटर खुला दूध और 100 क्विंटल से ज्यादा सब्जी की सप्लाई ठप हो गई। इससे दूध से लेकर सब्जियां तक 100 स्र्पए किलो या लीटर में बिकी। इधर, सुबह 6 बजे स्टेशन रोड पर दूध और हाट मैदान में सब्जी ला रहे किसानों से छीना-झपटी हुई। सड़क पर दूध-सब्जी फेंक दिए गए। हाट मैदान में हंगामा हुआ, बुलाना पड़ी। दूध-सब्जी नहीं मिलने से 3 और 4 जून को होने वाली दो दर्जन से ज्यादा शादियों पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

सब्जी के वाहनों के आगे बैठ गए किसान
खंडवा। फसलों का लाभकारी मूल्य नहीं मिलने से आंदोलनरत किसानों ने शुक्रवार को सब्जी मंडी बंद करा दी। मंडी में ग्रामीण क्षेत्रों से एक भी किसान उपज लेकर नहीं पहुंचा। व्यापारियों द्वारा वाहनों में लाई गई सब्जियां भी मंडी में नहीं आने दी गईं। इसे लेकर पुलिस और किसानों के बीच करीब एक घंटे तक तीखी बहस हुई।

वाहनों के सामने बैठकर किसानों चेतावनी दी कि चाहे गाड़ी हम पर चढ़ा दो लेकिन नहीं उठेंगे। आखिरकार व्यापारी वाहन लेकर लौट गए। हालांकि अन्य स्थानों पर वाहन खड़े कर व्यापारियों ने सब्जी बेच दी। शनिवार से भारतीय किसान संघ ने दूध की आपूर्ति भी बंद करने की चेतावनी दी है।

झाबुआ जिले में खासा असर रहा। पेटलावद में किसानों ने रैली के रूप में पहुंचकर दूध के दुकानदारों की कैन छीनकर सड़क पर बहा दिया। सारंगी में कई किसानों ने कई क्विंटल प्याज सड़क पर फेंक दिया। ग्राम टेमरिया में प्रदर्शनकारियों ने मंडी में सोयाबीन ले जा रहे किसानों को वापस लौटा दिया। उन्हें मंडी तक नहीं जाने दिया गया।

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