April 20, 2024

बारिश के पहले पेच वर्क कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें

लोक लेखा समिति ने की समीक्षा, दिये निर्देश कार्य गुणवत्ता पूर्ण हो और समयसीमा में हो

रतलाम ,25 अप्रैल (इ खबरटुडे)।लोक लेखा समिति म.प्र. विधानसभा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में विभिन्न विभागों के कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि शासन की पाई-पाई का सदुपयोग किया जाना सुनिश्चित करें। कार्यो की गुणवत्ता में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है। राशि के दुरूपयोग पर अंकुश लगाना और उसका सदुपयोग सुनिश्चित कराना ही लोक लेखा समिति का कार्य है। समिति ने कार्यो को समयसीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये।

समिति के अध्यक्ष महेन्द्रसिंह कालुखेड़ा ने लोक निर्माण विभाग को बारिश के पहले सड़को का पेच वर्क कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होने ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर भारवहन क्षमता से अधिक भार के वाहन चलने पर उन्हें होने वाली क्षति पर पवन चक्की वालों से मरम्मत की राशि वसूल करने के निर्देश भी दिये। समिति के सदस्य श्री ओमकारसिंह ने जिले में निर्धारित दर की अनुसूची से बीस प्रतिशत तक की कम राशि पर कार्य पूर्ण होने पर आश्चर्य जताते हुए लोक निर्माण विभाग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न करते हुए पुछा कि गुणवत्ता पूर्ण कार्य कैसे हो रहे है।
बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पेयजल एवं पशुओं के लिये पानी के बदोबस्त करने के निर्देश दिये। समिति अध्यक्ष ने कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर को जिले के किसानों को घोड़ा रोज (नील गाय) से होने वाले नुकसान की समस्या से निजात दिलाने के निर्देश दिये। उन्होने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को डोडाचुरा के प्रकरणों में सावधानीपूर्वक कार्यवाही के निर्देश दिये। समिति ने जावरा में घण्टा घर चौराहे की प्राचीन इमारत को गिराने के संबंध में जल्दबाजी न करते हुए नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा है। श्री कालुखेड़ा ने धार्मिक स्थलों एवं शैक्षणिक संस्थाओं के आसपास शराब की दुकानों को नहीं खोलने के निर्देश देते हुए कहा हैं कि इस मामले में संवेदनशीलता बरती जानी चाहिए।
पवन चक्की वालों से सड़क मरम्मतीकरण की राशि वसूले
महेन्द्रसिंह कालुखेड़ा ने जिले में पवन चक्की वालों के द्वारा भारी वाहनों का उपयोग करने एवं उससे सड़कों एवं खेतों को होने वाले नुकसान की भरपाई संबंधित कम्पनियों से करवाने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि क्षेत्र में बनी हुई सड़कांे की निश्चित भारवहन क्षमता होती है। निर्धारित भारवहन क्षमता से अधिक वाहन चलने से सड़कांे को नुकसान पहुॅचता हैं जिससे वे निर्धारित समय तक उपयोग में नहीं आ पाती है। सड़कांे को होने वाले नुकसान की क्षतिपूर्ति विभागीय स्तर पर न की जाकर संबंधित पवन चक्कीयों की कम्पनियों से कराई जाना चाहिए। आलोट विधायक जितेन्द्र गेहलोत ने भी पवन चक्की वालों के वाहनों से कृषकों को होने वाले नुकसान की भरपाई कराने का आग्रह लोक लेखा समिति से किया। समिति ने इसके लिये आवश्यक निर्देश कलेक्टर एवं लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री को दिये।

एसओआर (दर की अनुसूची) से कम में गुणवत्ता पूर्ण कार्य कैसें
लोक लेखा समिति सदस्य ओमकारसिंह ने लोक निर्माण विभाग द्वारा धामनोद नगर आंतरिक मार्ग को चार करोड़ छः लाख की अपेक्षा तीन करोड़ दो लाख, धराड़ से नौगावा रेल्वे स्टेशन मार्ग तीन करोड़ 83 लाख की अपेक्षा दो करोड़ 76 लाख, लुनेरा से राजपुरा मार्ग दो करोड़ नब्बे लाख की अपेक्षा एक करोड़ 73 लाख, ढीकवा से बड़गॉवा एक करोड़ 76 लाख की अपेक्षा एक करोड़ 41 लाख, खाली वाड़ा चरपोटा चिकनी मार्ग एक करोड़ 52 लाख की अपेक्षा एक करोड़ चार लाख जैसे कई पूर्ण कार्यो को निर्धारित एसओआर से बीस से पच्चीस प्रतिशत की कम राशि में पूर्ण करने पर प्रश्न चिन्ह खड़े करते हुए पुछा कि यदि कार्य इतने कम में पूरे हो रहे है तो एसओआर कैसे तय की गई। निर्माण करने वाले ठेकेदार कम राशि में ही कैसे कार्य पूर्ण कर रहे है। क्या कार्य की गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा हैं या जानबुझकर एसओआर बढाकर स्वीकृत कराई गई। समिति के सदस्य ने घोर चिंता करते हुए इसे संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्यवाही को कहा है। उन्होने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री के द्वारा दिये गये उत्तरांे से असहमति जताई। समिति ने कहा कि विभागीय स्तर पर ही तो कोई गड़बड़ नहीं हो रही है।
पहले पेयजल बाद में सिंचाई
लोक लेखा समिति ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि ग्रीष्मकाल में सबसे पहले आमजनों, पशुआंे के लिये पेयजल उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित होने के बाद सिंचाई के लिये पानी की आवश्यक व्यवस्था करें। समिति ने धोलावाड़ के आसपास के गॉव में पेयजल व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होने माही और काकरवासा से सैलाना और रतलाम की पेयजल आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिये योजनाऐं बनाने के निर्देश दिये। श्री कालुखेड़ा ने कहा ने कहा कि आवश्यकतानुसार वे भी उच्च स्तर पर आवश्यक कार्यवाही करेगें। समिति के सदस्य ओमकारसिंह ने नलकुपों के चालु होने की जानकारी सरपंच एवं सचिवों से प्राप्त करने एवं समीक्षा करने के निर्देश कलेक्टर को दिये।
ड्रायवर की गलती का खामियाजा यात्री क्यों भुगते
लोक लेखा समिति ने आरटीओ को निर्देशित किया कि वे यात्री बसों के संचालन की भलीभांति पड़ताल करते हुए आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। समिति ने कहा कि यात्री बसों के ड्रायवर शराब पीकर वाहन न चलाये, मोबाईल पर बात न करें और सवारियों को बैठाने में प्रतिस्पर्धा न करे। अखिर कर क्यों कर ड्रायवरों की गलतियों से यात्री पीडित हो। उन्होने आरटीओ को हिदायत दी कि निर्देशों के पालन में किसी प्रकार की कोताही न बरते। समिति ने वाहन मालिकों की नियमित अंतराल में बैठके लेकर आवश्यक समझाईश देने के निर्देश दिये। समिति ने कहा कि आरटीओ सामान्य तौर पर टेक्स वसूली में रूचि नहीं लेते हैं जिससे शासन को अनावश्यक नुकसान पहुॅचता है। ध्यान रहे कि स्कूल बसों को टेक्स में मिलने वाली छुट का लाभ गलत तरीके से अन्य वाहन न उठाने पाये।

संवेदनशील क्षेत्रों में शराब की दुकाने न खुले
लोक लेखा समिति ने आबकारी विभाग की समीक्षा करते हुए जिला आबकारी अधिकारी को निर्देशित किया कि धार्मिक स्थलों एवं शैक्षणिक संस्थाओं के आसपास शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति बिल्कुल न दी जाये। यदि सावधानी बरती जाये तो अनावश्यक विरोध का सामना नहीं करना पड़ेगा। आबकारी अधिकारी ने बताया कि रतलाम शहर में स्नेह नगर एवं एक अन्य स्थान पर महिलाओं एवं अन्य लोगों के विरोध को देखते हुए दुकानों का संचालन बंद कर दिया गया है।

धोलावाड़ पर्यटन केन्द्र के लिये कलेक्टर की प्रशंसा की
धोलावाड़ में ईको टूरिज्म पार्क के विकसित होने एवं उसके सफलतापूर्वक संचालन के लिये लोक लेखा समिति अध्यक्ष महेन्द्रसिंह कालुखेड़ा ने कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर की प्रशंसा की। कलेक्टर द्वारा बताया गया कि धोलावाड़ क्षेत्र में विकसित किया गया पर्यटन केन्द्र वन समितियों के द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसके माध्यम से न केवल रतलाम वासियों को पर्यटन की सुविधाऐं उपलब्ध कराई गई हैं बल्कि वन समितियों के 70 सदस्यों को रोजगार भी उपलब्ध कराया गया है। धोलावाड़ में वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों के साथ ही एडवेंचर की गतिविधियॉ भी संचालित की जा रही है। इनका संचालन भी वन समिति के सदस्यों के द्वारा ही किया जा रहा है।

नगर पालिका को जल्दबाजी किस बात की नियमानुसार कार्यवाही करें

महेन्द्रसिंह कालुखेड़ा ने जावरा नगर पालिका द्वारा घण्टा घर चौराहे की प्राचीन इमारत को गिराने की जल्दबाजी पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री से पुछा कि यदि सम्पत्ति लोक निर्माण विभाग की हैं तो उसे नगर पालिका के द्वारा किस प्रकार गिराने की कार्यवाही की जा रही है। क्या पुरातत्व विभाग ने अनुमति प्रदान कर दी है। क्या लोक निर्माण विभाग ने भी अनुमति प्रदान कर दी है। जब दोनों प्रश्नों के उत्तर नहीं है तो नगर पालिका को इमारत को गिराने की इतनी जल्दबाजी क्यों है। उन्होने ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी जावरा को निर्देशित किया कि वे अनुमति प्राप्त होने का इंतजार करें और संबंधित विभाग को नियमानुसार कार्यवाही करने दें। उन्होने प्रभावित होने वाले दुकानदारों के साथ संवेदनशीलता बरतने के भी निर्देश कलेक्टर को दिये।

घोड़ा रोज के भय से मुक्ति दिलाये
महेन्द्रसिंह कालुखेड़ा ने कलेक्टर को किसानों की फसलों को घोड़ा रोज (नील गाय) से आये दिन होने वाले नुकसान से बचाने के लिये ठोस कार्य योजना बनाकर भय से मुक्ति दिलाने के लिये कहा हैं। उन्होने कहा कि भय से मुक्ति मिलने पर निश्चित ही किसानों को लाभ होगा और निचिंत होकर आजीविका उपार्जन कर सकेगें। बैठक में उप सचिव मनोज श्रीवास्तव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोमेश मिश्रा, एडीएम डॉ. कैलाश बुन्देला व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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