केश-शिल्पी कल्याण योजना में नामली अव्वल
प्रदेश का पहला पहचान पत्र रतलाम में दिया गया
रतलाम 22 अप्रैल (इ खबरटुडे)। मध्यप्रदेश सरकार व्दारा प्रदेश में केश शिल्पियों के समग्र कल्याण एवं पुनर्वास के लिए आरंभ की गई केश शिल्पी कल्याण योजना-2013 के क्रियान्वयन में जिले की नामली नगर परिषद् ने सबसे पहले सर्वेक्षण और पंजीयन का कार्य पूरा किया है।हितग्राहियों को आज पहचान-पत्र भी वितरित कर दिए गए । प्रदेश का पहला पहचान पत्र श्रीमती मंगला राठौर को दिया गया।
योजना के लिए चुने गए 47 हितग्राहियों को आज यहां नामली नगर परिषद् की अध्यक्ष श्रीमती सजनदेवी भरावा और कलेक्टर राजीव दुबे ने पहचान-पत्र प्रदान किए। कलेक्टर श्री दुबे ने सभी हितग्राहियों को शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे शासन की इस जनहितैषी योजना का पूरा लाभ उठाएंगे और प्रगति के पथ पर अग्रसर होंगे। इस दौरान नामली नगर परिषद् के सीएमओ अरूण ओझा भी मौजूद थे। शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी भविष्य कुमार खोब्राागड़े ने बताया कि योजना के तहत प्रदेश का पहला पहचान-पत्र आज नामली की श्रीमती मंगला राठौर को दिया गया।उन्होंने जानकारी दी कि चयनित हितग्राहियों के प्रकरण तैयार कर क्रेडिट कार्ड के लिए बैंकों को भेजे जाएंगे।परियोजना अधिकारी ने बताया कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार को इकाई लागत 50 हजार रूपए तक 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। यह अनुदान स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के अन्तर्गत दिया जाएगा।इसी प्रकार 50 हजार रूपए से 2 लाख रूपए तक की इकाई लागत होने पर भी 25 फीसदी अनुदान दिया जाएगा।एपीएल हितग्राहियों को ब्याज अनुदान दिया जाएगा।श्री खोब्राागड़े ने जानकारी दी कि केश शिल्पी की परिभाषा में बाल काटने व संवारने तथा सौन्दर्य प्रसाधन हेतु संचालित सभी सैलून एवं पार्लर में काम करने वालों को सम्मिलित किया गया है।