विकास के कार्यों में अवरोध न बनें – डा.गोयल
ट्रिपल एस एम बैठक में दिए निर्माण कार्यों में गति लाने के निर्देश
रतलाम 9फरवरी(इ खबरटुडे)। कलेक्टर डा.संजय गोयल ने जिले के समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विभिन्न विभागीय योजनाओं के तहत चल रहे विकास कार्यों में किसी तरह का अवरोध पैदा न करें। निर्माण कार्यों की गति बढाने के लिए स्वयं पहल करें तथा शीघ्रता से कार्यों को पूर्ण कराने का प्रयास करें।उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विभाग एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर अपने दायित्व से मुक्त नहीं हो सकते। समय सीमा में निर्माण एवं विकास कार्य न होने पर संबंधित विभाग प्रमुख जिम्मेदार होंगे। बैठक में अनुपस्थित जिला आयुष अधिकारी को कारण बताओ नोटिस देने के कलेक्टर ने निर्देश दिए।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ट्रिपल एसएम बैठक में जिले के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर डा.गोयल ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक विभाग अपने अधीन चल रहे कार्यों का पुनरावलोकन कर लें। यदि किसी कार्य में एजेंसी बदलने की आवश्यकता हो तो उस कार्यवाही को पूर्ण करें। निर्माण लागत में समयावधि के कारण परिवर्तन संभावित हो तो उसे स्पष्ट कर उच्च स्तर से नवीन स्वीकृति प्राप्त करने की पहल करें। कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अंतर्गत परियोजना क्रियान्वयन इकाई एवं लोक निर्माण विभाग के माध्यम से चल रहे कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। सहकारिता विभाग व्दारा मनरेगा के माध्यम से चल रहे 22 कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। आदिवासी विकास विभाग व्दारा पिपलौदा में मांगलिक भवन एवं लूनेरा में कन्या छात्रावास निर्माण का कार्य शीघ्र पूर्ण करने हेतु कार्यवाही के निर्देश उन्होंने दिए।
स्वास्थ्य विभाग व्दारा स्वास्थ्य केन्द्रों के उन्नयन के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि उप स्वास्थ्य केन्द्रों के उन्नयन के लिए ऐसे स्थानों पर आवश्यक रूप से भवन निर्मित किए जाए जो सुदूर अंचल में स्थिति हैं और जहां उनकी आवश्यकता है। डा.गोयल ने विगत दिनों बाजना विकासखण्ड के भ्रमण के दौरान ग्राम केलकच्छ में उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन नहीं पाए जाने पर असंतोष व्यक्त किया और सीएमएचओ को तत्काल ऐसे स्थानों पर भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। उद्योग विभाग के माध्यम से नमकीन क्लस्टर एवं औद्योगिक क्षेत्र में विकास कार्य किए जाने, सिंचाई विभाग के माध्यम से कनेरी परियोजना में गति लाने, लोक सेवा केन्द्र भवन निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के उन्होंने निर्देश दिए।
अनुपयोगी सामग्री का अपलेखन करें
कलेक्टर डा.गोयल ने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने विभाग के स्टोर रूम का निरीक्षण करें। अभियान चलाकर उपयोगी एवं अनुपयोगी सामग्री को सूचीबद्ध करें। अनुपयोगी सामग्री का अपलेखन करें। जो सामग्री काम की है उसे सूचीबद्ध कर पंजी में दर्ज करें। यह कार्य पूर्ण गंभीरता से किया जाए। किसी भी विभाग में पुरानी सामग्री अस्त व्यस्त एवं असूचीब़द्ध नहीं होना चाहिए।
बैठक में समाधान आन लाईन,जनसुनवाई से संबंधित लम्बित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उनके त्वरित निराकरण के निर्देश भी दिए गए। कलेक्टर ने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वित्तीय वर्ष समाप्ति से पूर्व जिला स्तर पर स्वीकृत किए जाने वाले प्रकरणों के लिए बैठक आयोजित करें।यदि इसमें किसी तरह की लापरवाही बरती गई और प्रकरण स्वीकृत अथवा निराकृत नहीं हो पाया तो इसके लिए संबंधित विभाग प्रमुख जिम्मेदार होंगे। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरजिन्दरसिंह ने मनरेगा के तहत जिले में हुई प्रगति एवं आबंटन संबंधी जानकारी दी। अपर कलेक्टर कैलाश वानखेडे ने योजनाओं की प्रगति से प्रतिदिन अवगत कराने के विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान संबंधित जिलाधिकारी उपस्थित थे।