भोपाल के दल ने की दवा दुकानों की जांच,रेकार्ड मांगा
घबराहट में दुकानें बन्द कर गए अनेक दुकान संचालक
रतलाम,५ मार्च(इ खबरटुडे)। प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर के निर्देश पर भोपाल से आए औषधि निरीक्षकों के एक दल ने आज शहर की अनेक दवा दुकानों का निरीक्षण किया। दुकानों की जांच की खबर शहर में फैलने से अनेक दवा दुकान संचालकों में घबराहट फैल गई और वे अपनी दुकानें बन्द कर गायब हो गए। हांलाकि दुकानों का यह निरीक्षण नारकोटिक्स ड्र्ग्स की दवाओं को बिक्री पर नियंत्रण को लेकर किया गया था।अधिकारिक जानकारी के अनुसार,पूरे प्रदेश भर में नारकोटिक्स ड्रग्स आधारित दवाओं के विक्रय पर नियंत्रण के उद्देश्य से अभियान प्रारंभ किया गया है। अनेक स्थानों से इस तरह की शिकायतों आ रही थी कि नशे के आदी लोग नारकोटिक्स ड्रग्स आधारित दवाओं का उपयोग नशे के लिए कर लेते है। उल्लेखनीय है कि नारकोटिक्स ड्रग्स आधारित औषधियों का उपयोग मुख्यत: मानसिक रोगियों तथा नींद लाने सम्बन्धी दवाओं में होता है। इस प्रकार की दवाईयां बिना डाक्टर की पर्ची के नहीं दी जा सकती है।
रतलाम में भोपाल से आए आठ सदस्यीय दल ने सबसे पहले होलसेल डीलरों ने उन विक्रेताओं की जानकारी ली जिनके यहां नारकोटिक्स ड्रग्स आधारित दवाओं की बिक्री अधिक होती है। इसके बाद दल ने शहर की करीब चौदह दुकानों पर पंहुचकर निरीक्षण किया। दल ने इन दुकानों से सैम्पल भी लिए और साथ ही इन्हे दवाईयों के खरीद बिक्री का रेकार्ड प्रस्तुत करने को भी कहा गया।
दवा विक्रेताओं में मचा हडकम्प
भोपाल के दल द्वारा दवा दुकानों की जांच की खबर जैसे ही फैली दवा दुकान संचालकों में हडकम्प सा मच गया। कई ऐसे दुकानदार जिनके यहां अनियमितताएं थी,फौरन अपनी दुकानें बन्द कर गायब हो गए।
जांच दल में ये थे शामिल
भोपाल से आए जांच दल में वरिष्ठ औषधि निरीक्षक हेमन्त श्रीवास्तव,एसएन गर्ग,औषधि निरीक्षक राजेश बिनवान,कपिल नागर,अजय ठाकुर,अशोक गोयल,योगेश गुप्ता और मुकेश शामिल थे। इस दल में स्थानीय औषधि निरीक्षक प्रेमकुमार डोंगरे भी शामिल थे।