टू लेन सड़क की उंचाई कम करने के लिए लामबन्द हुए अभिभाषक,कोर्ट में स्टे के लिए आवेदन प्रस्तुत
रतलाम,19 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। आम्बेडकर सर्किल से महू रोड फौव्वारे तक बनाई जा रही टू लेन सड़क को लेकर विवाद खडे होने लगे है। जिला न्यायालय के कई वकीलों ने इस सड़क की उंचाई कम किए जाने की मांग को लेकर न्यायालय में वाद प्रस्तुत किया है और उंचाई कम किए जाने तक सड़क का काम रोकने हेतु स्टे प्रदान करने की मांग की है। कोर्ट ने नगर निगम को नोटिस जारी कर बुधवार को जवाब देने को कहा है।
जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष संजय पंवार के साथ करीब आधा दर्जन अभिभाषकों ने षष्ठम व्यवहार न्यायाधीश अतुल यादव के न्यायालय में इस आशय का वाद प्रस्तुत किया है। अभिभाषकों ने अपने दावे में कहा है कि न्यायालय के दोनों प्रवेश द्वारों के सामने से गुजर रही वर्तमान डामर रोड का लेवल न्यायालय परिसर के लेवल के समान है। लेकिन अब जो नई सीमेन्ट कांक्रीट रोड बनाई जा रही है,उसकी उंचाई वर्तमान लेवल से करीब एक फी
उंची होगी। वर्तमान में बरसात के दिनों में छत्रीपुल की ओर से बहकर आने वाला बरसाती पानी सड़क पर बहता हुआ मच्छी दरवाजे की ओर निकल जाता है। लेकिन यदि सड़क एक फीट उंची हो जाएगी तो न्यायालय द्वार से मच्छी दरवाजे की ओर बहने वाला पानी रुक जाएगा और ऐसी स्थिति में बरसाती पानी न्यायालय परिसर में भर जाएगा।
वकीलों ने अपने दावे में कहा है कि बरसात के दिनों में न्यायालय परिसर में एक एक फीट पानी भरा रहेगा,जिससे न्यायालय में आने वाले हजारों पक्षकारों और अभिभाषकों को असुविधा होगी। इसलिए यह आवश्यक है कि सड़क का लेवल वर्तमान सड़क के स्तर पर ही रखा जाए। अभिभाषकों ने अपने दावे में कहा है कि नगर निगम का यह कृत्य विधि विरुध्द होकर लोक न्यूसेंस की श्रेणी में आता है,इसलिए इस पर तुरन्त स्थगन प्रदान किया जाए और नगर निगम को सड़क का लेवल वर्तमान लेवल पर रखने का आदेश दिया जाए।
न्यायालय में पेश किए गए इस दावे में अभिभाषक संघ अध्यक्ष संजय पंवार के अलावा बीएम जोशी,आशुतोष अवस्थी,प्रवीण शर्मा,मनीष महावर,पंकज बिलाला और कपिल मजावदिया भी वादी के रुप में मौजूद है। अभिभाषकों द्वारा प्रस्तुत दावे पर न्यायालय ने नगर निगम को नोटिस जारी कर बुधवार को अपना जवाब प्रस्तुत करने को कहा है।