जिले की श्रेष्ठ सरपंच का सम्मान पाने वाली सरपंच को गांववालों ने झूठा बताया
खुले में शौच से मुक्त जिले के पहले गांव का सम्मान पाया था
उज्जैन,29 जुलाई(इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार )। बड़नगर तहसील की ग्राम पंचायत भिड़ावद के गांव भिड़ावद क्रमांक 3 को खुले में शौच से मुक्त बताकर 15 अगस्त को सम्मान पाने वाली सरपंच रितु पांचाल के खिलाफ गांव के ही लोग गुरूवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। ग्रामवासियों ने कहा कि सरपंच बनने के डेढ़ साल में ऋतु ने कोई विकास कार्य नहीं किया। न गांव खुले में शौच से मुक्त हुआ, न गंदगी खत्म हुई, न नल जल की व्यवस्था सही है यहां तक की गांव में चारों ओर कीचड़ व्याप्त है।
शहर से 65 किलोमीटर दूर तहसील बड़नगर की ग्राम पंचायत भिड़ावद क्रमांक 2 एवं 3 तथा लौहारिया मिलाकर एक ग्राम पंचायत है जिसकी सरपंच ऋतु पांचाल है। डेढ़ साल के कार्यकाल में उन्होंने कोई भी विकास कार्य नहीं किया है। उज्जैन के दशहरा मैदान पर 15 अगस्त को कलेक्टर कविन्द्र कियावत ने 5 हजार का चेक एवं प्रशस्ती पत्र देकर उनका सम्मान किया था। भिड़ावद क्रमांक 3 को जिले का पहला गांव खुले में शौच मुक्त गांव बताया था जिसे जिला पंचायत सीईओ रूचिका चैहान द्वारा ओडीएफ घोषित किया गया था। उस समय रितु ने यह भी कहा था कि अब वह पंचायत के बाकि दोनों गांव भिड़ावद 2 एवं लोहारिया को भी खुले शौच से मुक्त कराएंगी और अन्य स्वच्छता संबंधी अभियान पर भी कार्य करेंगी।
गांववासियों ने कहा कि जिस समय सरपंच रितू को शौच मुक्त गांव बनाने का पुरस्कार कलेक्टर द्वारा दिया गया था उस समय भी गांव में कई शौचालयों का निर्माण अधूरा था और आज भी वे वैसी ही हालत में अधूरे पड़े हैं। सरपंच ने अपने संपूर्ण कार्यकाल में केवल गांव में 300 फीट की सड़क का निर्माण करवाया है। तीनों गांवों को मिलाकर लगभग 35 घरों में आज भी शौचालय नहीं बने हुए हैं तथा वे लोग आज भी खुले में शौच करने के लिए बाहर जाते हैं। सरपंच द्वारा नल जल का भी झूठा विवरण दिया गया है। यह योजना भी लगभग 20 वर्ष पूर्व विधायक निधि द्वारा तैयार करवाई गई थी तथा गांव में गंदगी इस प्रकार पसरी हुई है कि यहां के लोग आये दिन मच्छरों के काटने से बीमार पड़ रहे हैं लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
शासन की ओर से एक 42 ईंच एलईडी ग्राम पंचायत में लगाकर वहां लोगों के उपयोग के लिए प्रदान की गई थी वह भी सरपंच भिड़ावद क्रमांक 3 में अपने परिवार के मनोरंजन के लिए उपयोग कर रही हैं। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर गांव के नारायणसिंह पटेल, गोरधनसिंह, मुकेश, गोकुलसिंह आदि ने मांग की है कि गांव की समस्याओं को प्राथमिकता से समझकर इन समस्याओं का हल करने हेतु सरपंच के विरूध्द विधि अनुरूप कार्यवाही करें।