चिप और रिमोट से पेट्रोल पंपों में चोरी
लखनऊ28 अप्रैल (इ खबरटुडे)। के सात पेट्रोल पंपों में चिप और रिमोट कंट्रोल के जरिए घटतौली का खेल चल रहा था। एसटीएफ ने गुरुवार को जिला प्रशासन, आपूर्ति विभाग, तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों और बांट माप-तौल विभाग की टीमों के साथ इन पेट्रोल पंपों पर छापे मारकर इस घटतौली का पर्दाफाश किया। सभी पेट्रोल पंपों की मशीनों में तेल चुराने के लिए लगाई गई चिप और इनके रिमोट बरामद हुए हैं।
एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने बताया कि पेट्रोल घटतौली का खेल करने वाला एक बड़ा गिरोह यूपी के साथ दूसरे राज्यों में चिप और रिमोट लगाने का खेल कर रहा था। एसटीएफ को इसकी सूचना मिली थी। एसटीएफ ने गुरुवार को गैंग से जुड़े राजेंद्र को हिरासत में लिया। उसने पूछताछ में लखनऊ के सात पेट्रोल पंपों में चिप और रिमोट लगाने की बात कबूली। इसके बाद एसएसपी अमित पाठक ने पांच विभागों के साथ मिलकर सात टीमें बनाईं और छापेमारी शुरू की।
ऐसे करते थे खेल
पेट्रोल पंप में इस खेल में अमूमन दो से तीन लोग शामिल रहते थे। इसमें एक पेट्रोल डालता था और दूसरा कैश का बैग लेकर खड़ा रहता था। बैग लेकर खड़े रहना वाला पैसों के साथ ही रिमोट रखता था। मौका मिलते ही वह रिमोट दबाकर घटतौली कर देता था। कुछ जगह पर इन दोनों के अलावा तीसरा कर्मचारी जेब में रिमोट लेकर खड़ा रहता था। एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि ये लोग ग्रीन सर्किट में चिप लगाकर खेल करते थे। कुछ जगह एमसीबी और कुछ जगह पैनल में सर्किट लगाया गया था।
लखनऊ सातों पेट्रोल पंपों पर हो रही थी धांधली
चिनहट: कमता तिराहे के पास चल रहे साकेत पेट्रोल पंप की सीएनजी-डीजल और पेट्रोल देने वाली सभी छह मशीनों में चिप लगी थी। यहां से छह रिमोट मिले।
चौक: केजीएमयू चौराहे पर चल रहे लालता प्रसाद पेट्रोल पंप पर छह मशीनें हैं। सभी रिमोट से कंट्रोल हो रही थीं। यहां मैनेजर के केबिन में पूरा सेटअप छिपाया गया था।
डालीगंज क्रॉसिंग: लालता प्रसाद पेट्रोल पंप की हर मशीन में चिप लगी थी। इन्होंने भी कंट्रोल रूम बना रखा था।
मड़ियांव: स्टैंडर्ड फ्यूल की तीन में से एक मशीन में चिप लगी थी। एक रिमोट मिला।
कैंट: शिव नारायण पंप, सीतापुर रोड पर गल्ला मंडी के पास मान फिलिंग स्टेशन और फन मॉल के पास ब्रिज ऑटो केयर से भी रिमोट बरामद हुए हैं।
हर लीटर पर 50-60 मिली. कम देते थे फ्यूल
इन पेट्रोल पंपों की मशीनों के अंदर चिप लगी थी, जिसे रिमोट के जरिए कंट्रोल किया जाता था। पंप के कर्मचारी द्वारा रिमोट दबाते ही पाइप से तेल गिरना बंद हो जाता था लेकिन मशीन की स्क्रीन पर तेल और पैसे का मीटर अपनी रफ्तार से ही चलता रहता था। एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक के मुताबिक, इस डिवाइस के जरिए पेट्रोलपंप मालिक हर लीटर पर पांच से छह प्रतिशत ईंधन की चपत लगा रहे थे। औसतन एक पेट्रोल पंप इस चोरी से ही रोज 40 से 50 हजार रुपये और महीने में 12 से 15 लाख रुपये कमा रहा था।
1000 से ज्यादा पंपों में लगाई चिप
पेट्रोल चुराने में इस्तेमाल होने वाली चिप और रिमोट एक से दो हजार रुपये में दिल्ली और कानपुर के बाजारों में मिलते हैं। इसे लगाने के एवज में राजेंद्र 40 से 50 हजार रुपये लेता था। राजेंद्र यूपी और दूसरे राज्यों में सक्रिय एक बड़े गैंग का सदस्य है। उसने एसटीएफ के सामने एक हजार से ज्यादा पेट्रोलपंपों पर चिप लगाने की बात कबूली है। फिलहाल एसटीएफ ने उसकी निशानदेही पर सात जगह छापे मारे हैं। देर रात तक बाकी जिलों में छापेमारी की तैयारी की जा रही ।