कलेक्टर से मिलकर नाराजगी जताई कोठारी ने
अस्पताल परिसर में बिना अनुमति धरने और कलेक्टर के अस्पताल जाने का मामला
रतलाम, 14 फरवरी(इ खबरटुडे)। कांग्रेस द्वारा जिला अस्पताल परिसर में बिना अनुमति धरना और भुख हड़ताल करना और कलेक्टर का महज पांच घंटे की भूख हड़ताल पर अस्पताल में स्वंय जाकर कांग्रेस का राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन लेने का मामला अब तूल पकडता नजर आ रहा है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कलेक्टर के इस आचरण पर कड़ी आपत्ति ली है। गुरुवार को पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी ने इस मामले में कलेक्टर राजीव दुबे से मिलकर नाराजगी का इजहार किया। भाजपा नेताओं ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यो पर भी नाराजगी जाहिर की।
गुरुवार दोपहर 1 बजे पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी, भाजपा जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित, महापौर शैलेन्द्र डागा, आरडीए अध्यक्ष विष्णु त्रिपाठी, निगम अध्यक्ष दिनेश पोरवाल सहित अन्य भाजपा नेता कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर राजीव दुबे से मुलाकात की। बिना किसी औपचारिकता के पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी ने कलेक्टर से कांग्रेस द्वारा जिला अस्पताल में बिना अनुमती के धरना आंदोलन और भुख हड़ताल को लेकर चर्चा शुरु की। श्री कोठारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि शासकीय परिसर में बिना अनुमति धरने पर कैसे बैठने दिया गया? उन्होने कहा कि एसा लगता है कि पूरा कार्यक्रम प्रायोजित था। महज पांच घंटे की भूख हड़ताल पर कलेक्टर के जिला अस्पताल पहुंचकर भूख हड़ताल समाप्त कराना और सीएचएमओ डॉ.पुष्पेन्द्र शर्मा द्वारा ज्युस पिलाने पर भाजपा नेताओं ने कड़ी आपत्ति ली। नेताओं ने कहा कि चार दिन से मोगिया समाज के लोग अपनी मांगो के लिए धरने पर बैठे हुए है। जिस दिन कांग्रेस का धरना था, उस दिन भी मोगिया समाज के बच्चे बारिश में धरने पर बैठे रहे, लेकिन अपने कार्यालय के बाहर बैठे इन लोगों से कलेक्टर नहीं मिले और कांग्रेस का ज्ञापन लेने अस्पताल पहुंच गए। श्री कोठारी ने कहा कि किसी भी मुद्दे को लेकर भूख हड़ताल की जाती है तो वह चार-पांच दिन चलती है, शासन स्तर पर बात जाती है इसके बाद शासन से निर्देश देने के बाद उस आंदोलन को समाप्त कराया जाता है। उन्होने शासकीय सेवक द्वारा ज्युस पिला कर अनशन समाप्त कराने पर भी आपत्ति ली और पुरे कार्यक्रम को प्रायोजित बताया।
अस्पताल के लिए कांग्रेस ने क्या किया
पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी ने कलेक्टर पर नाराजगी जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि जो लोग अस्पताल की समस्या को लेकर धरने पर बैठे थे, आज तक उनका जिला अस्पताल की व्यवस्था सुधारने में क्या योगदान रहा है। उनके सांसद ने आज तक सांसद निधि से अस्पताल के लिए कितना पैसा दिया है। हम अस्पताल में सेवा देते है और वह व्यवस्था के लिए आरोप लगा रहे है। अस्पताल में डाक्टर की कमी को दूर करने के लिए प्रदेश शासन लगातार प्रयास कर रहा है। वहीं मेडिकल कालेज के मुद्दे को भी भाजपा नेताओं ने आम जनता का मुद्दा बताया और कहा कि रतलाम के सभी लोग चाहते है कि यहां मेडिकल कालेज हो। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर बोले, आगे से ध्यान रखुंगा
पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी और भाजपा नेताओ के नाराजगी जाहिर करने पर कलेक्टर राजीव दुबे ने पहले पुरी बात आराम से सुनी और बाद में कहा कि आगे से इस संबध में पुरा ध्यान रखुंगा। इसके बाद कलेक्टर राजीव दुबे ने मेडीकल कालेज के सबंध में पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी और भाजपा नेताओ से चर्चा की।
मोगिया प्रदर्शनकारियों से मिले श्री कोठारी
कलेक्टर से चर्चा के बाद पूर्व मंत्री श्री कोठारी कलेक्टोरेट परिसर में धरना दे रहे मोगिया समाज के लोगों से मिलने पंहुच गए। महापौर शैलेन्द्र डागा,निगम अध्यक्ष दिनेश पोरवाल,आरडीए अध्यक्ष विष्णु त्रिपाठी,भाजपा जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित इत्यादि नेता भी उनके साथ थे. धरना स्थल पर श्री कोठारी ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मोगिया समाज की मांग न्यायोचित है। उन्होने कहा कि उन्होने प्रशासन से मोगिया समाज के लोगों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया है। उन्होने कहा कि प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी धरनास्थल पर आकर प्रदर्शनकारियों की समस्या सुनेंगे और उसका निराकरण करने का भी प्रयास करेंगे।