सीएमएचओ के रवैये को लेकर चिकित्सकों में नाराजगी
सीएमएचओ के खिलाफ लामबन्द होने लगे शासकीय व निजी चिकित्सक
रतलाम,9 फरवरी (इ खबरटुडे)। कुछ माह पूर्व तिकडम से सीएमएचओ बने डॉ.पुष्पेन्द्र शर्मा के तौर तरीको से जहां शासकीय चिकित्सकों में असन्तोष व्याप्त है,वहीं निजी चिकित्सकों में भी भारी नाराजगी है। डॉ.शर्मा के रवैये से खफा शासकीय और निजी चिकित्सक अब उनके खिलाफ लामबन्द होने लगे है।
वरिष्ठता न होने के बावजूद सीएमएचओ के पद पर आसीन डॉ.पुष्पेन्द्र शर्मा ने जब रतलाम के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का पद सम्हाला था,तब आम जनता को उम्मीद थी कि जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का स्वास्थ्य सुधरेगा। चिकित्सकों को भी उम्मीद थी कि अस्पतालों में व्याप्त गडबडियां दूर होंगी। लेकिन डॉ.शर्मा ने जल्दी ही सबकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का जहां कबाडा होने लगा,वहीं चिकित्सकों में भी उनकी कार्यप्रणाली को लेकर असन्तोष के स्वर उठने लगे।
फिलहाल तो नाराजगी केवल शासकीय चिकित्सकों में ही थी,लेकिन डॉ.शर्मा ने अपनी विचित्र कार्यप्रणाली से शहर के निजी चिकित्सा व्यवसाईयों को भी नाराज कर दिया। डॉ.शर्मा ने चिकित्सकों के विरुध्द दुर्भावनावश होने वाली सामान्य और यहां तक कि झूठी शिकायतों पर भी द्वैषतापूर्वक कार्रवाईयां प्रारंभ कर दी।
सीएमएचओ की द्वैषतापूर्ण कार्यवाहियों का असर है कि शहर के शासकीय चिकित्सकों के साथ साथ निजी चिकित्सकों में भी उनके प्रति भारी नाराजगी व्याप्त है। पिछले दिनों चिकित्सकों की प्रमुख संस्था की बैठक में चिकित्सकों ने डॉ.शर्मा के खिलाफ जमकर भडास निकाली। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक के दौरान डॉ.शर्मा के रवैये को लेकर चिकित्सकों ने भारी आक्रोश व्यक्त किया और यह भी कहा कि यदि इसी तरह का रवैया जारी रहा तो चिकित्सक वर्ग चुप नहीं रहेगा। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में शहर का चिकित्सक वर्ग डॉ.शर्मा के खिलाफ कोई बडा कदम उठा सकता है।