भाजपा में जिले भर में बगावत के स्वर
डैमेज कंट्रोल में जुटे वरिष्ठ नेता
रतलाम,22 फरवरी(इ खबरटुडे)। भाजपा में चल रही आन्तरिक खींचतान अब पूरे जिले में फैल चुकी है। अनुशासित कही जाने वाली भारतीय जनता पार्टी में अनुशासन तार तार होता दिख रहा है। रतलाम के ७ भाजपा पार्षदों के इस्तीफे के बाद नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री मनोहर उंटवाल के चुनाव क्षेत्र आलोट में भी बगावत की खबर है। वहीं सैलाना के एक वरिष्ठ नेता ने बयान जारी कर जिला कार्यकारिणी को विवादित बना दिया है। भाजपा के संगठनमंत्री अब डैमेज कंट्रोल में जुटे है।
रतलाम नगर निगम के सात पार्षदों द्वारा पार्टी से त्यागपत्र दिए जाने के फौरन बाद आलोट नगर परिषद के भाजपा पार्षदों ने भी पार्टी से त्यागपत्र देने की घोषणा की है। आलोट नगर परिषद के उपाध्यक्ष अनिल भरावा के साथ दो पार्षदों व दो एल्डरमेनों ने अपने इस्तीफे मण्डल अध्यक्ष को दिए है। इन नेताओं ने नगर परिषद में नेता प्रतिपक्ष श्रवणसिंह सोलंकी पर कांग्रेस से मिले होने का गंभीर आरोप लगाते हुए त्यागपत्र दिए है।
उधर सैलाना के वरिष्ठ नेता पूर्व जिला उपाध्यक्ष श्रेणिक चण्डालिया ने एक बयान जारी कर भाजपा जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित द्वारा घोषित जिला कार्यकारिणी में योग्य व वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा करने तथा अयोग्य व्यक्तियों को पद देने का आरोप लगाया है। चण्डालिया ने अपने बयान में यह भी कहा है कि आने वाले दिनों में जिला कार्यकारिणी के कई लोग त्यागपत्र दे सकते है। साथ ही उन्होने कहा है कि यदि यही स्थितियां बनी रही तो आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड सकता है। उल्लेखनीय है कि जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित ने अपनी कार्यकारिणी में सैलाना की क्रान्ति जोशी को महामंत्री का पद दिया है। सुश्री जोशी कांग्रेस से भाजपा में आई है,और पिछले नगर परिषद चुनाव में उन्होने पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ काम किया था। इसके विपरित वरिष्ठ नेता श्रेणिक चण्डालिया को कोई तवज्जोह नहीं दी गई है।
बहरहाल जिले भर में अलग अलग कारणों से पार्टी में बगावत के स्वर उठ रहे है। अनुशासन का राग अलापने वाली पार्टी में इस तरह की घटनाएं बेहद चिन्ताजनक है। पार्टी संगठन के वरिष्ठ नेता और संगठन मंत्री अब डैमेज कंट्रोल की कोशिशों में जुट गए है।
गुरुवार को भाजपा की जिला बैठक में भाग लेने यहां आए संभाग संगठन मंत्री राकेश डागोर ने बैठक के बाद अनेक नेताओं से अलग अलग चर्चा की। इन चर्चाओं का नतीजा क्या निकला,इस बारे में अभी कोई भी नेता कुछ कहने को तैयार नहीं है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि आलोट में उपजी स्थिति क से निपटने के लिए नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री मनोहर उंटवाल आलोट पंहुचकर बागी नेताओं से चर्चा करेंगे।
भाजपा की आन्तरिक राजनीति में चल रही तगडी उठापटक के चलते आने वाले दिन बेहद रोचक रहेंगे। जिला मुख्यालय पर नगर के प्रथम नागरिक को पार्टी के ही पार्षदों द्वारा खुले आम दी जा रही चुनौतियों से महापौर शैलेन्द्र डागा और पार्टी के वरिष्ठ नेता किस तरह निपटते है,यह देखना बेहद मनोरंजक रहेगा। हांलाकि कुछ विश्लेषक इसके पीछे आगामी विधानसभा चुनाव के टिकट के लडाई को भी देख रहे है। कुछ दिनों से महापौर खेमा माहापौर को प्रबल दावेदार बता रहा था। ऐसे में महापौर विरोधी लाबी,महापौर से असन्तुष्ट पार्षदों को बैकिंग देकर महापौर को अभी से कमजोर करने में जुट गई है। कई लोग इसके पीछे वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी का हाथ भी देख रहे है।