नागरिकता कानून: ममता की अपील के बावजूद बंगाल में बवाल, ट्रेन-बसें जलाईं, हाइवे जाम
कोलकाता,15 दिसंबर (इ खबरटुडे)। पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन ऐक्ट के खिलाफ हिंसक विरोध तेज होता जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील के बावजूद आगजनी और हिंसा की घटनाएं थमी नहीं है। हिंसक प्रदर्शनों की आंच से राज्य के चार जिले बुरी तरह प्रभावित हैं।
विरोध कर रहे लोगों के निशाने पर बसें, ट्रेन, पुलिस की गाड़ियां और रेलवे स्टेशन हैं। कई जगह पुलिस से हिंसक झड़प की भी खबर है। हिंसक प्रदर्शनों की वजह से लंबी दूरी की 28 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है।
4 जिलों में तनाव, 17 बसें-5 ट्रेनें फूंकीं
राज्य के चार जिलों में तनाव के हालात हैं। मुर्शिदाबाद, हावड़ा, मालदा और उत्तर 24 परगना जिले हिंसा के केंद्र में हैं। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने 17 बसों को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही पांच ट्रेनों को भी फूंक दिया गया। हिंसा के दौरान पुलिस की गाड़ियों और फायर ब्रिगेड को निशाना बनाने के साथ ही आधा दर्जन रेलवे स्टेशनों में तोड़फोड़ की गई।
कई जगह प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच आमने-सामने भिड़ंत हो गई। मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में बच्चों को ढाल बनाकर पुलिस पर हमला करने की जानकारी सामने आई है।
ममता बनर्जी की कड़ी चेतावनी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कानून तोड़ने वालों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। शांति की अपील करते हुए सीएम ऑफिस से जारी बयान में कहा गया है, ‘कानून अपने हाथ में मत लें। रोड ब्लॉक करके या ट्रेन रोककर सड़कों पर निकले आम लोगों के लिए परेशानी न खड़ी करें। सरकारी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं। जो भी गड़बड़ी फैलाते हुए पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’