November 24, 2024

क्रिटीकल केन्द्रों एवं वल्नरेबल क्षेत्रों के प्रति सजग रहें – कलेक्टर डा.गोयल

पुलिस एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारियों की कार्यशाला आयोजित

रतलाम 6 नवम्बर  (इ खबरटुडे)। नगरीय निकाय निर्वाचन 2014 के संबंध में पुलिस एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारियों की कार्यशाला आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा.संजय गोयल ने कहा कि क्रिटीकल मतदान केन्द्रों एवं वल्नरेबल क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए इनके प्रति सजग रहे।
क्रिटीकल मतदान केन्द्र वे हो सकते हैं जहां मतदान के दौरान किसी प्रकार की गडबडी होने की आशंका प्रतीत होती हो। इसी प्रकार वल्नरेबल क्षेत्र वे कहें जाएंगे जहां किसी व्यक्ति या समूह द्वारा किसी मतदाता अथवा मतदाताओं को मतदान के अधिकार से वंचित किए जाने, दबाव बनाने की आशंका हो। पुलिस एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी इस अंतर को समझते हुए ऐसे मतदान केन्द्रों एवं क्षेत्रों को चिन्हित करें वल्नरेबल क्षेत्रों में प्रभावित होने की आशंका वाले परिवारों के विवरण को निर्धारित प्रारूप में अंकित करें तथा दबाव बनाने वाले अथवा मतदान को प्रभावित करने वाले व्यक्ति अथवा व्यक्तियों का भी विवरण दें। उन्होंने कहा कि वल्नरेबल क्षेत्रों में परिवारों एवं मकानों की संख्या निश्चित करते हुए परिवारों को चिन्हित करें एवं परिवार के मतदान करने वाले सदस्यों का विवरण भी देना सुनिश्चित करें।
जिला पुलिस अधीक्षक डा.आशीष ने कहा कि समस्त थाना क्षेत्रों में हथियारों के लायसेंस की सूची अपडेट रखें। नगरीय क्षेत्रों में चुनाव के दौरान कोई बाहरी व्यक्ति न घूमें इसलिए शहर का नाका प्लान बनाएं। शहर के बाहरी हिस्सों में ऐसे स्थान चिन्हित करें जहां नाके बनाए जाकर बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर नजर रखी जा सके। इस दौरान शराब, हथियार, नगदी आदि की आवाजाही पर भी नजर रखें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पुलिस अधिकारी कम्युनिकेशन प्लान पर विशेष ध्यान दें। मतदान के दिन नेटवर्क की समस्या होने से कई बार मोबाईल काम नहीं कर पाते हैं ऐसी स्थिति में वायरलेस सेट के माध्यम से कम्युनिकेशन हो सकें यह अभी से तय कर लें। प्रत्येक मतदान केन्द्र का स्थल निरीक्षण कर लें। मतदान केन्द्र तक पहुंचने में किसी तरह की परेशानी अथवा वाहन का मतदान केन्द्र तक पहुंचना संभव है या नहीं यह अभी से सुनिश्चित कर लें।
अपर कलेक्टर कैलाश वानखेडे ने कहा कि निर्वाचन कार्य में लगे सभी अधिकारी निर्वाचन आयोग की वेबसाईट को निरन्तर देखते रहे। आयोग द्वारा जारी किए जाने वाले नवीन निर्देशों की जानकारी से अपडेट रहे। उन्होंने वल्नरेबल मीटिंग के संबंध में सभी नगरीय क्षेत्रों की क्रमवार समीक्षा की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा.प्रशांत चौबे ने समस्त पुलिस अधिकारियों को वल्नरेबल क्षेत्रों के परिवारों की जानकारी मय दूरभाष क्रमांक के निर्धारित प्रारूप में देने के निर्देश दिए। बैठक में उप संचालक अभियोजन श्री जैन ने मध्यप्रदेश स्थानीय प्राधिकरण (निर्वाचन अपराध )अधिनियम 1964 एवं अद्यतन 2014, मध्यप्रदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम 1985 तथा मध्यप्रदेश सम्पत्ति विरूपण्ा अधिनियम 1994 के प्रावधानों को विस्तार से समझाया।
इस दौरान सहायक रिटर्निंग अधिकारी रतलाम हरजिन्दरसिंह, अवधेश शर्मा,  सुनील कुमार झा, रिटर्निंग अधिकारी जावरा एस.के.मिश्रा,आलोट  आर.के.नागराज सहित समस्त रिटर्निंग एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारी तथा नगर पुलिस अधीक्षक एस.एस.भदौरिया, जावरा सीएसपी  के.के.व्यास, समस्त एसडीओपी एवं थाना प्रभारी उपस्थित थे।

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